Ramadan 2021 Date: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच देश में रमज़ान (रमादान) का मुकद्दस महीना 14 अप्रैल से शुरू हो रहा है। 13 या 14 अप्रैल को चांद का दीदार करने के साथ ही मुकद्दस रमजान या रमदान शुरू हो जाएगा. जानकारी के मुताबिक पहला रोजा 14 घंटा 8 मिनट की अवधि का होगा। ये सबसे छोटा रोजा बताया जा रहा है।
वहीं आखिरी रोजा 14 घंटा 52 मिनट का होगा और सबसे बड़ा रोजा होगा। रमजान को सबसे पवित्र महीनों में से एक माना जाता है. इस दौरान मुस्लिम समुदाय सूर्योदय से सूर्यास्त तक रोज़ा रखते हैं और पवित्र कुरान से छंद पढ़ते हैं व अल्लाह को अपनी नमाज़ (सलात) पेश करते हैं और इफ्तार (या सूर्यास्त के बाद भोजन) के लिए एकत्र होते हैं।
रमजान की तारीख हर साल बदलती है
गौरतलब है कि इस्लामिक कैलेंडर चांद पर आधारित है, इसलिए रमजान की तारीखें चांद के पहले दीदार के अनुसार निर्धारित की जाती हैं। इसलिए, ग्रेगोरियन कैलेंडर में तारीख हर साल बदलती हैं। 2021 में, रमजान या रमादान लगभग अगले सप्ताह में शुरू होने की उम्मीद है। यह 14 अप्रैल को शुरू हो सकता है और 13 मई को समाप्त हो सकता है। हालांकि इस तारीख को इस्लाम में सबसे पवित्र स्थान मक्का में अर्ध चंद्रमा के दीदार के बाद निर्धारित किया जाएगा।
क्या है रमजान
रमजान को रमदान भी कहते हैं। यह इस्लामी कैलेण्डर का नवां महीना है। इसे माह-ए- रमजान भी कहा जाता है। यह पवित्र महीना है जिसमें खुदा से इबादत की जाती है। रमजान के महीने में रोजे (व्रत) रखने, रात में तरावीह की नमाज़ पढना और क़ुरान तिलावत करना शामिल है। रमज़ान मुसलमानों के लिए सबसे पाक महीना होता है। समुदाय के सदस्य पूरे महीने रोज़ा रखते हैं और सूरज निकलने से लेकर डूबने तक कुछ नहीं खाते पीते हैं। साथ में महीने भर इबादत करते हैं और अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं।
रमजान में सहरी और इफ्तार का ये है समय (Ramadan 2021 Date Calendar in India)
14 अप्रैल- सुबह 4:13 बजे – शाम 6 : 21बजे
15 अप्रैल – सुबह 4:12 बजे – शाम 6 : 21बजे
16 अप्रैल – सुबह 4:11बजे – शाम 6 : 22 बजे
17 अप्रैल – सुबह 4:10 बजे – शाम 6 : 22बजे
18 अप्रैल – सुबह 4:09 बजे – शाम 6 : 23 बजे
19 अप्रैल – सुबह 4:07 बजे – शाम 6 : 23 बजे
20 अप्रैल – सुबह 4:06 बजे – शाम 6 : 24 बजे
21 अप्रैल – सुबह 4:05 बजे – शाम 6 : 24 बजे
22 अप्रैल – सुबह 4:04 बजे – शाम 6 : 25 बजे
23 अप्रैल – सुबह 4:03 बजे – शाम 6 : 25 बजे
24 अप्रैल – सुबह 4:13 बजे – शाम 6 : 21बजे
25 अप्रैल – सुबह 4:01 बजे – शाम 6 : 26 बजे
26 अप्रैल – सुबह 4:00 बजे – शाम 6 : 27 बजे
27 अप्रैल- सुबह 3: 59 बजे – शाम 6 : 28 बजे
28 अप्रैल – सुबह 3: 58 बजे – शाम 6 : 28बजे
29 अप्रैल – सुबह 3: 57 बजे – शाम 6 : 29 बजे
30 अप्रैल- सुबह 3 : 56 बजे – शाम 6 : 29 बजे
1 मई – सुबह 3 : 55बजे – शाम 6 : 30 बजे
2 मई – सुबह 3 : 54 बजे – शाम 6 : 30 बजे
3 मई – सुबह 3 : 53 बजे – शाम 6 : 31 बजे
4 मई – सुबह 3 : 52 बजे – शाम 6 : 31बजे
5 मई – सुबह 3 : 51 बजे – शाम 6 : 32 बजे
6 मई – सुबह 3 : 50 बजे – शाम 6 : 32 बजे
7 मई – सुबह 3 : 49 बजे – शाम 6 : 33 बजे
8 मई – सुबह 3 : 48 बजे – शाम 6 : 34 बजे
9 मई – सुबह 3 : 47 बजे – शाम 6 :34 बजे
10 मई- सुबह 3 : 46 बजे – शाम 6 : 35 बजे
11 मई – सुबह 3 : 45 बजे – शाम 6 : 35 बजे
12 मई – सुबह 3 : 44 बजे – शाम 6 : 36 बजे
13 मई – सुबह 3 : 44 बजे – शाम 6 : 36 बजे
इन बातों का रखा जाता है ख्याल
रमजान के दिनों में सिर्फ रोजा ही नहीं रखा जाता है बल्कि उन चीजों से भी तौबा की जाती है जो इंसानियत के दायरे में नहीं आती हैं। इस दौरान झूठ बोलने, बुराई से तौबा और हर तरह के गलत कार्यों से भी परहेज किया जाता है। रमजान के दिनों में गलत देखने और सुनने को अच्छा नहीं माना गया है। रमजान इंसान को खुदा के करीब लाता है। इंसान को उसकी जिम्मेदारियों का भी अहसास करता है।