उत्तराखण्ड से रमेश पोखरियाल निशंक मोदी कैबिनेट में जगह पा सकते हैं। इसके पुख्ता प्रमाण मिले हैं। निशंक को शाम चार बजे पीएमओ में नरेन्द्र मोदी के साथ होने वाली मीटिंग में बुलाया गया है। रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि मुझे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह जी का फोन आया है। उन्होंने मुझे आज शाम प्रधानमंत्री के साथ बैठक के लिए उपस्थित रहने के लिए कहा। उन्होंने मुझे शपथ समारोह में उपस्थित होने के लिए भी कहा।
उत्तराखंड के सबसे अनुभवी सांसद
उत्तराखंड के पांचों भाजपा सांसदों में रमेश पोखरियाल निशंक का राजनीतिक अनुभव सबसे ज़्यादा है। यह इत्तेफ़ाक भी हो सकता है कि पिछली मोदी सरकार में राज्य से सबसे युवा सांसद अजय टम्टा को जगल मिली थी और इस बार राज्य के सबसे अनुभवी सांसद को मौका मिलने जा रहा है।
30 साल का चुनावी सफर: 6 बार विधायक, दूसरी बार सांसद
निशंक हरिद्वार से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं। छह बार विधायक रह चुके निशंक राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं और संयुक्त उत्तर प्रदेश में दो बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं। 1991 के विधानसभा चुनाव से शुरु हुआ उनका राजनीतिक सफर मंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद के पड़ाव पार करता हुआ अब केंद्र सरकार में मंत्री पद तक पहुंच गया है। इस दौरान वे छह बार विधायक भी रहे हैं 30 साल के चुनावी सफर में निशंक सिर्फ 2002 का उत्तराखण्ड का पहला चुनाव थलीसैंण से हारे।
उत्तराखंड के सबसे युवा CM रह चुके हैं निशंंक
जुलाई 1959 को पिनानी, पौड़ी गढ़वाल में जन्में रमेश पोखरियाल निशंक ने हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय, श्रीनगर से अपनी पढ़ाई की है। निशंक साल 1991 से लेकर साल 2012 तक पांच बार उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की विधानसभा पहुंचे चुके हैं। निशंक साल 2009 में उत्तराखंड के सबसे युवा मुख्यमंत्री भी रहे चुके हैं। बहुत कम ही लोगों को पता है कि निशंक एक कवि भी हैं।