शिमला, 2 अप्रैल (आईएएनएस)| मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवेश कुमार ने लोकसभा चुनाव के लिए श्रमशक्ति और उपकरण पहुंचाने के लिए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) से आग्रह किया है कि वह 8.8 किलोमीटर लंबी रोहतांग सुरंग के अल्पावधि उपयोग की अनुमति देने की प्रक्रिया शुरू करे।
यहां जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, इस सुरंग के अल्पावधि उपयोग से विशेष रूप से मतदान कर्मियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में सुविधा होगी। सीमा सड़क संगठन और लोक निर्माण विभाग को एक आपसी समन्वय से काम करने को कहा गया है।
बीआरओ मनाली-लेह राजमार्ग पर बर्फ साफ करने का अभियान शुरू करने की तैयारी कर रहा है और उसने आश्वासन दिया है कि अप्रैल मध्य तक 13050 ऊंचे रोहतांग दर्रे को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा।
इस बीच, मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल ने मंगलवार को यहां आयोजित एक बैठक में चुनावी तैयारियों की समीक्षा की और ग्रामीण सड़कों और पोलिंग बूथ को जोड़ने वाले रास्तों के रखरखाव के निर्देश दिए। उन्होंने भूस्खलन की संभावना को देखते हुए सड़कों को बहाल करने के लिए श्रमशक्ति और मशीनरी तैयार रखने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान निर्वाचन अधिकारियों की सुरक्षा के लिए एयर एम्बुलेंस का प्रावधान करने पर चर्चा हुई, ताकि किसी आपात स्थिति में उन्हें बाहर निकालकर तुरंत चिकित्सा सुविधा प्रदान की जा सके। सामान्य प्रशासनिक विभाग को ऐसी स्थिति में में चिकित्सा सुविधा और बचाव दल से युक्त हैलीकॉप्टर उपलब्ध करवाने का कार्य सौंपा गया है।
बयान के अनुसार, मुख्य सचिव ने सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध शराब, नगदी, अवैध हथियार और नशीले पदार्थां पर निगरानी रखने के भी निर्देश दिए हैं। पुलिस विभाग को संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं, जबकि सीमावर्ती राज्यों के आबकारी आयुक्तों को आपसी समन्वय रखने पर बल दिया गया।