‘सांड की आंख’ में 60 से अधिक आयु वर्ग की कास्टिंग पर उठा सवाल

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मुंबई, 25 सितम्बर (आईएएनएस)। तुषार हीरानंदानी की फिल्म ‘सांड की आंख’ के ट्रेलर में तापसी पन्नू और भूमि पेडनेकर द्वारा निभाई गई बुजुर्ग महिलाओं के किरदार ने उनकी कास्टिंग पर एक बहस छेड़ दी है। मालूम हो कि यह किरदार उत्तर प्रदेश की 60 से अधिक आयुवर्ग की दो बहनों की वास्तविक जीवनी पर आधारित है, जो अब प्रसिद्ध शार्पशूटर बन गई हैं।

तापसी और भूमि की कास्टिंग को चुनौती देते हुए, अनुभवी अभिनेत्री नीना गुप्ता ने ट्वीट किया, “हां, मैं बस इस बारे में सोच ही रही थी। हमारी उम्र के रोल में तो कम से कम हमसे करा लो भाई।”


वहीं कंगना रनौत की बहन रंगोली ने यह खुलासा किया कि यह फिल्म पहले कंगना को प्रस्तावित की गई थी, लेकिन कंगना ने उन्हें दो बहनों के किरदार के लिए नीना गुप्ता और राम्या कृष्णा का नाम सुझाया था। इस खुलासे के बाद ही ट्विटर पर बहस शुरू हो गई है।

सोशल मीडिया पर इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए तापसी ने जवाब दिया, “मुझे आश्चर्य हो रहा है.. मुझे सच में आश्चर्य हो रहा है.. जो अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकल कर बदलाव लाने के लिए प्रयासरत हैं, ऐसे लोगों का समर्थन करने के लिए, क्या हम वास्तव में अपनी रीढ़ के साथ अपना कंधा खो चुके हैं???? मुझे सच में आश्चर्य हो रहा है। जब हम सभी को अनुपम खेर का ‘सारांश’ में निभाया किरदार काफी पसंद आया, तो क्या हम यही सवाल उनसे पूछते? जब नरगिस दत्त ने सुनील दत्त की मां की भूमिका निभाई क्या हमने उनसे सवाल किया? क्या हमने जॉन ट्रावोल्टा से हेयरस्प्रे में एक महिला की भूमिका निभाने के लिए सवाल किया था? जब आमिर खान ने ‘3 इडियट्स’ में कॉलेज के छात्र की भूमिका निभाई, क्या हमने सवाल किया? और भविष्य में क्या हम ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ में एक समलैंगिक व्यक्ति की भूमिका निभाने को लेकर आयुष्मान खुराना से सवाल करेंगे? या ये सवाल सिर्फ हमारे लिए आरक्षित हैं??? खैर ऐसा हो भी सकता है.. हमारे छोटे से प्रयास पर ध्यान देने के लिए आपका दिल से धन्यवाद, जोकि आपको कुछ नया देने के लिए, कुछ अलग देने के लिए, और कुछ ऐसे देने के लिए है, जिस पर आप टिप्पणी करना चाहें। चाहे आप जो भी टिप्पणी करें, लेकिन यह कुछ ऐसा है जो आपका ध्यान खींच रहा है। चलिए बहस जारी रखते हैं और उम्मीद है कि इस दिवाली आपके सवालों का जवाब मिल जाएगा और भ्रम दूर हो जाएंगे, क्योंकि हम तो आ रहे हैं, इस बार पटाखे नहीं गोलियां बरसाने। हमारी छोटी सी फिल्म के लिए शुभकामनाएं और इस पर ध्यान देने के लिए आपका धन्यवाद!”

जब हमने उम्रवाद पर तापसी की सोची-समझी कमेंट के लिए उनको बधाई दी, तो उन्होंने कहा, “मैं वास्तव में बहुत अधिक कहने से बचने की कोशिश कर रही थी, लेकिन एक वक्त के बाद मैंने सोचा कि जब मेरी मेहनत और प्रयासों पर सवाल उठाया जा रहा है, तो मुझे इसके साथ खड़े होने की जरूरत है।”


कुछ साल पहले नीना गुप्ता ने ट्वीट कर निर्देशकों से फिल्म में भूमिका देने के लिए कहा था, क्योंकि तब उनके पास काम नहीं था।

हालांकि 60 से अधिक उम्र की शबाना आजमी का मानना है कि उम्र के अनुसार अभिनेत्रियों के पास काम करने के मौके कम नहीं हैं, “आपको बस सही वक्त पर सही जगह पर रहने की आवश्यकता है।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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