Solar Eclipse 2020: जब कोरोना महामारी (Coronavirus) दुनिया के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है तो वही इन सब के बीच एक चौंका देने वाली खबर आ रही है। वैज्ञानिकों के दावे के मुताबिक अगले हफ्ते यानी 21 जून को दुनिया खत्म हो जाएगी।
इससे पहले कुछ वैज्ञानिकों ने अप्रैल 2020 में भी दुनिया खत्म होने की भविष्यवाणी की थी पर यह भविष्यवाणी सच नहीं हुई। वैज्ञानिकों के इस दावे के बाद सोशल मीडिया व इंटरनेट में तरह-तरह की बातें हो रही हैं।
21 जून को सूर्य ग्रहण भी लगने जा रहा है और तब ही दुनिया खत्म होने की बात कही जा रही है। इस खबर को सुनकर हर कोई हैरान है। सोशल मीडिया पर भी इस खबर को लेकर काफी चर्चाएं की जा रही है।
ग्रेगोरिअन कैलेंडर से हुआ खुलासा
दुनिया के खत्म हो जाने का यह दावा ग्रेगोरिअन कैलेंडर में किया गया है। जिसे साल 1582 में लागू किया गया था। ग्रेगोरिअन कैलेंडर सन् 1582 में साल से 11 दिन कम हो गए थे।
इसमें ऐसा दावा किया गया कि 286 साल में यह 11-11 दिन जुड़ते गए और ऐसे में यह साल 2012 होना चाहिए। इस दावे को वैज्ञानिक पाओलो तगलोगुइन के एक ट्वीट से और ज्यादा बल मिला है, जिसके बाद दुनिया के सर्वनाश की चर्चा जोरों पर है।
पाओलो ने अपने ट्वीट में कहा कि जूलियन कैलेंडर की माने तो हम फिलहाल तकनीकि रूप से 2012 में ही है। ग्रेगोरिअन कैलेंडर में जाने से हमें एक साल में 11 दिनों का नुकसान हुआ। ग्रेगोरिअन कैलेंडर को लागू हुए 268 साल (1752-2020) बीत चुके हैं।
इस तरह से अगर हम 11 से गुणा करें तो 2948 दिन होते हैं। जो कि 2948 दिन बराबर 8 साल होते हैं। हालांकि बाद में वैज्ञानिक पाओलो ने अपना ट्वीट डिलीट भी कर दिया। लेकिन जब तक ये ट्वीट डिलीट किया गया तब तक ये काफी सुर्खियां बटोर चुका था।
कब- कब हुए दुनिया के खात्मे के दावे
इससे पहले भी कई बार दुनिया के खत्म होने के दावे किए जा चुक है। 25 फरवरी 1524 को भी दुनिया खत्म होने की बात सामने आई थी, फिर साल 1997 को लेकर भी दुनिया खत्म होने का दावा किया गया था।
दुनिया खत्म होने को लेकर साल 2011, 2012 और 2016 में भी भविष्यवाणी की गई थी। इसके बाद साल 2016 में 29 जुलाई 2016 को भी दुनिया के अंत की भविष्यवाणी हुई। फिर दुनिया खत्म होने को लेकर साल 2018 में भी भविष्यवाणी हुई।
ऐसा ही दावा साल 2020 में भी किया गया था। ये भी कहा गया कि 29 अप्रैल को एक एस्टेरॉयड धरती से टकराएगा और यह पूरी दुनिया को तबाह कर देगा। पर ये सभी दावे पूरी तरह झूठे साबित हुए।