शादी समारोह में 50 अतिथियों का निर्णय हो वापस : फैम

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नई दिल्ली, 19 नवंबर (आईएएनएस)। बढ़ते हुए कोरोना को नियंत्रित करने के कदम में विवाह इत्यादि मांगलिक कार्यक्रमो में अतिथियों की संख्या 200 से घटा कर 50 करने के दिल्ली सरकार के फैसले पर फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया व्यापार मंडल (फैम) ने निराशा प्रकट की है। इस फैसले को राज्य के व्यापारियों ने राजस्व हितों के विपरीत माना है।

इस संबंध में व्यापारियों की एक संस्था फेडरेशन ऑफ आल इंडिया व्यापार मंडल (फैम) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पत्र लिखा है। इसकी एक कॉपी केंद्रीय गृह सचिव भारत सरकार एवं उपराज्यपाल को भी भेजी गयी है। पत्र में आग्रह किया है कि वैवाहिक व सामाजिक कर्यक्रमों में अधिकतम अतिथि की संख्या 200 से घटा कर 50 करने के निर्णय को वापस लिया जाए।


दिल्ली सरकार के इस निर्णय के वापस लेने से वैवाहिक व सामाजिक कार्यक्रमों से जुड़े व्यवसाईयों और लाखों मजदूरों की आजीविका एवं जीवन की रक्षा होगी।

फैम के राष्ट्रीय महामंत्री वी.के बंसल ने बताया कि, टेंट, कैटरिंग, विवाह मंडप, शादी के निमंत्रण पत्र, बैंड बाजा, घोड़ी, बिजली वाले, डीजे एवं मांगलिक कार्य में अन्य सेवा दे रहे व्यापारी पिछले 8 माह से बिना कारोबार अपना, अपने कर्मचारियों व इस क्षेत्र में कार्यरत लाखों मजदूरों का भरण पोषण कर रहे हैं। बिना किसी आय के लगातार ऋण ले ले कर इस आशा से जिन्दा हैं कि आगे रोजगार मिलेगा। परन्तु दिल्ली सरकार के निर्णय ने मांगलिक कार्य में लिप्त लाखों की संख्या में लोगों को एकदम हतप्रभ कर दिया और जीवन यापन पर एक प्रश्नचिन्ह लगा दिया।

बंसल के अनुसार, मांगलिक कार्यक्रमो में सिर्फ आमंत्रित अतिथि ही शिरकत करते है और किस व्यक्ति को कोरोना है यह हर किसी को पता होता है। ऐसी अवस्था में मेजबान स्वयं सभी सरकारी दिशा निदेशरें का पालन करते हुए स्वयं एवं अपने अतिथियों के जीवन की रक्षा करने हेतु ²ढ़ संकल्पित है।


आल इंडिया टेंट डीलर्स वेलफेयर आगेर्नाईजेशन के चेयरमैन अनिल आजाद ने बताया कि शादियों का सीजन शुरू होने वाला है और मंडप तथा टेंट स्वामियों ने लोगों से वैवाहिक व सामाजिक कार्यक्रमों के लिए एडवांस ले रखा है, तथा अगामी नवम्बर एवं दिसम्बर माह में होने वाले कार्यक्रमों की बुकिंग की हुई है। वर वधु के माता-पिता ने भी लोगों को शादी के निमंत्रण दे रखे हैं तथा कार्ड बांटे हुए हैं। ऐसे में बुकिंग कैंसिल करना अथवा अतिथियों की संख्या कम करना असंभव है, साथ ही सरकारी राजस्व का भी ऐसे में भारी नुकसान होगा। शादी विवाह से जुड़े व्यवसायियों का पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है।

फैम की राष्ट्रीय टेंट समिति के अध्यक्ष रवि जिंदल ने अनुसार, स्वास्थ्य के साथ अर्थव्यवस्था बचाना भी अति आवश्यक है। दिल्ली में बस, मेट्रो एवं हवाई सेवाओं का संचालन पूर्ण क्षमता पर हो रहा है और कोरोना से बचाव के सभी निर्धारित नियमों का पालन करते हुए जीवन को गतिमान बनाया हुआ है। ऐसे में सिर्फ शादी विवाह इत्यादि मांगलिक कार्य पर ही रोक क्यों?

फैम ने दिल्ली सरकार को भरोसा दिलाया कि वो सरकार द्वारा निर्देशित सभी नियमों को ध्यान में रखते हुए जैसे न्यूनतम 6 गज की दूरी, सैनिटाइजेशन, मास्क, ग्लव्स, कैप का प्रयोग कर किसी भी प्रकार से संक्रमण को फैलने नहीं देंगे।

— आईएएनएस

एमएसके-एसकेपी

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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