शांगहाई में एक शाम सरोद वादक अमजद अली खान के नाम

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 बीजिंग, 16 जून (आईएएनएस)| भारत और चीन के बीच बढ़ते सांस्कृतिक संबंधों के तहत पिछले कुछ समय से चीन में भारत के संस्कृति, कला, संगीत से जुड़े लोगों का आना-जाना बढ़ रहा है, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों में मदद कर रहा है।

 भारत और चीन के बीच ऐसे ही सांस्कृतिक मेलजोल के तहत शांगहाई में 15 जून को विश्व प्रसिद्ध सरोद वादक उस्ताद अमजद अली खान अपने दोनों बेटों अयान अली और अमान अली के साथ आए, शांगहाई में भारतीय संस्कृति के प्रसार-प्रचार के लिए ‘चैती’ नाम की एक संस्था बहुत सक्रियता के साथ काम कर रही है। चैती द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘चैती कला महोत्सव’ के तहत उस्ताद अमजद अली खान को आमंत्रित किया गया।


शांगहाई में भारतीय काउंसुलेट जनरल अनिल राय की उपस्थिति में दर्शकों से खचाखच भरे ऑडिटोरियम में उस्ताद अमजद अली खान ने कई राग-रागिनियों से लोगों का मन मोह लिया, राग पीलू, राग मालकोस, रवींद्र संगीत, बांग्ला और असमिया संगीत समेत कई अलग-अलग सुर लहरियों के दौरान दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ मधुर संगीत का आनंद उठाया।

इस कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए चैती संस्था के लोगों की प्रशंसा करनी होगी, जिन्होंने नि:स्वार्थ भाव से बड़े भव्य स्तर पर सरोद वादन का कार्यक्रम सफलता के साथ आयोजित किया। कोई भी कार्यक्रम बिना प्रायोजक की मदद के बिना मुश्किल होता है, चैती के अथक प्रयासों से बड़ी बड़ी कंपनियों ने आयोजन में अपना योगदान दिया, जिनमें ओयो, सी-ट्रिप, चाइना ईस्टर्न एयरलाइंस, डॉ. रेड्डी, ह्वावेई, लॉगविन, मसाला आर्ट, एनआईआईटी, सीआईआई समेत कई और प्रायोजक शामिल हैं।

आने वाले दिनों में भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक मेलजोल और बढ़ेगा जो दोनों एशियाई पड़ोसियों की तरक्की के साथ आपसी संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाएगा।


(साभार : चाइना रेडियो इंटरनेशनल, पेइचिंग)

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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