शारीरिक दूरी को व्यवहारिक बदलाव के रूप में अपनाने की जरूरत : स्वास्थ्य मंत्रालय

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नई दिल्ली, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि यह स्पष्ट है कि लॉकडाउन को हटाने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग की अवधारणा बनी रहेगी।

एक संवाददाता सम्मेलन में जारी लॉकडाउन के आगे बढ़ाए जाने के सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि मंत्रालय मामलों की संख्या को देखते हुए राज्य सरकारों के साथ समन्वय कर रहा है।


यह पूछे जाने पर कि लॉकडाउन के आगे बढ़ाए जाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय का क्या विचार है? उन्होंने कहा, “स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से हम इसे लेकर बेहद स्पष्ट हैं कि हमें अपनी दैनिक दिनचर्या में शारीरिक दूरी की अवधारणा को अपनाने की बात को सुनिश्चित करनी होगी, ताकि हम संक्रमण की श्रंखला को तोड़ सकें। इसी के साथ रोकथाम के उपायों पर भी ध्यान देना आवश्यक है।”

उन्होंने आगे यह भी कहा, “हालांकि हम सफल हुए हैं, लेकिन हम चिंतित भी हैं। इसलिए हम राज्यों के साथ समन्वय कर रहे हैं और जहां अधिक मामलों के होने की पुष्टि हुई है, वहां हम शारीरिक दूरी पर ज्यादा जोर दे रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में 1,718 नए मामले सामने आए हैं, जिन्हें लेकर कुल मामलों की संख्या अब 33,050 है।


उनके मुताबिक, “पिछले 24 घंटों में देश में 630 मरीज ठीक हो चुके हैं। रिकवरी रेट अब 25.19 है, जो 14 दिन पहले 13.06 थी। इसमें सुधार देखा गया है।”

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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