Shaheed Diwas 2020: हमारे देश की आजादी में कई महान लोगों ने अपनी जान का बलिदान दिया है लेकिन उनमें से शहीद भगत सिंह का नाम विशेष तौर पर याद किया जाता है क्योंकि शहीद भगत सिंह बहुत ही कम उम्र में आजादी की लड़ाई में भाग लिया था।
भगत सिंह को 23 मार्च 1931 में अंग्रेजों ने फांसी दी थी। उस समय उनकी उम्र मात्र 23 की थी। भगत सिंह के अलावा उनके साथ राजगुरु और सुखदेव भी थे जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपनी जान थी।
भारत में हर साल 23 मार्च को भगत सिंह की पुण्यतिथि मनाई जाती है। वे युवाओं में हमेशा से बहुत मश्हूर रहे हैं ऐसे में हम इस मौके पर उनके द्वारा बोले गए कुछ महत्वपूर्ण शब्दों के बारे में बता रहे हैं जिनके माध्यम से आप अपने जीवन जीने के तरीके को उच्च कोटि का बना सकते हैं।
भगत सिंह के विचार
1.मेरी गर्मी के कारण राख का एक एक कण चलायमान हैं में ऐसा पागल हूँ जो जेल में भी स्वतंत्र हूँ।
2.क्रांति में सदैव संघर्ष हो यह जरुरी नहीं| यह बम और पिस्तौल की राह नहीं है।
3.जो व्यक्ति उन्नति के लिए राह में खड़ा होता है उसे परम्परागत चलन की आलोचना एवम विरोध करना होगा साथ ही उसे चुनौती देनी होगी।
4.मैं यह मानता हूँ की मह्त्वकांक्षी, आशावादी एवम जीवन के प्रति उत्साही हूँ लेकिन आवश्यकता अनुसार मैं इस सबका परित्याग कर सकता हूँ सही सच्चा त्याग होगा।
5.किसी भी कीमत पर शक्ति का प्रयोग ना करना काल्पनिक आदर्श है और देश में जो नवीन आन्दोलन शुरु हुआ है जिसके शुरुआत की हम चेतावनी दे चुके है वो गुरु गोबिन्द सिंह और शिवाजी, कमाल पाशा और राजा खान, वाशिंगटन और गैरीबालड़ी, लाफयेतटे और लेनिन के आदर्शों का अनुसरण है।
6.कोई भी व्यक्ति तब ही कुछ करता है जब वह अपने कार्य के परिणाम को लेकर आश्व्स्त (औचित्य) होता है जैसे हम असेम्बली में बम फेकने पर थे।
7.कठोरता एवं आजाद सोच ये दो क्रांतिकारी होने के गुण है।
8.मेैं एक इन्सान हूँ और जो भी चीजे इंसानियत पर प्रभाव डालती है मुझे उनसे फर्क पड़ता है।
9.जीवन अपने दम पर चलता है…. दुसरे के कन्धों पर तो अंतिम यात्रा पूरी होती है।
10.प्रेमी ,पागल एवं कवि एक ही थाली के चट्टे बट्टे होते है अर्थात सामान होते हैं।