5 जुलाई यानी बीते शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यककाल का पहला बजट पेश किया। लेकिन लगता है जैसे भारतीय शेयर बाजार को ये आम बजट रास नहीं आ रहा है। दरअसल, शुक्रवार की बड़ी गिरावट के बाद सोमवार को भी बाजार में मंदी देखने को मिली। सप्ताह के पहले कारोबारी दिन शुरुआती मिनटों में सेंसेक्स 400 अंक से ज्यादा टूट गया तो वहीं निफ्टी 125 अंक लुढ़क गया। सेंसेक्स 39, 080 के स्तर पर आ गया। वहीं निफ्टी 11 हजार 630 पर कारोबार करता दिखा।
गौरतलब है कि 11 बजे के करीब सेंसेक्स में 600 अंकों की गिरावट आई और यह 38 हजार 900 के नीचे आ गया। वहीं निफ्टी 180 अंक टूट कर 11,630 अंक के स्तर पर कारोबार करता दिखा।
ऑटो सेक्टर में भारी गिरावट
बता दें कि, कारोबार के दौरान सबसे अधिक गिरावट ऑटो सेक्टर के शेयर में देखने को मिली। ऑटो सेक्टर के शेयर 3 साल के लो लेवल पर हैं। मारुति में 3 फीसदी तो हीरो मोटोकॉर्प में 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। बजाज आटो, यस बैंक, एलएंडटी, महिंद्रा एंड महिंद्रा और ओएनजीसी सभी 2 फीसदी के करीब कमजोर दिख रहे हैं। आरआईएल में 1 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
गौरतलब है कि बीते सप्ताह के आखिर में आम बजट 2019-20 की घोषणाओं पर घरेलू शेयर बाजार की तत्काल प्रतिक्रिया निराशाजनक रही। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 394.67 अंक की गिरावट के साथ 39513.39 के स्तर पर रहा। वहीं निफ्टी 135.60 अंक की कमजोरी के साथ 11,811.15 के स्तर पर बंद हुआ। बता दें कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट 2019-20 शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया।
महत्वपूर्ण फैक्टर
देश की प्रमुख आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी यानी टीसीएस इस सप्ताह मंगलवार को चालू वित्त वर्ष 2019-20 की पहली तिमाही, अप्रैल-जून, के अपने नतीजे जारी कर सकती है। वहीं, सप्ताह के आखिर में शुक्रवार एक और बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस अपने तिमाही परिणामों की घोषणा कर सकती है। इसके अलावा देश में औद्योगिक उत्पादन के मई महीने के आंकड़े भी शुक्रवार को जारी होने की संभावना है। इसी दिन बीते महीने जून की खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी हो सकते हैं।
अमेरिका समेत दुनिया के अन्य देशों में जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का भी इस सप्ताह असर शेयर बाजार पर दिखेगा, लेकिन घरेलू बाजार पर सबसे ज्यादा असर देश में मानसून की प्रगति का रहेगा। मानसून देश के अधिकांश इलाकों में दस्तक दे चुका है, लेकिन पिछले सप्ताह देशभर में मानसूनी बारिश में छह फीसदी की कमी दर्ज की गई।