शी चिनफिंग ने 75वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण दिया

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बीजिंग, 23 सितम्बर (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 22 सितंबर को 75वीं संयुक्त राष्ट्र महासभा की सामान्य बहस में महत्वपूर्ण भाषण दिया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के सामने विभिन्न देशों को जनता की जान को प्रथम स्थान पर रखना और मिल-जुलकर काम करना चाहिये। मानव साझा नियति समुदाय और सहयोग व समान जीत का विचार रखकर विभिन्न देशों के विकास करने के रास्ते और मोड का सम्मान करना चाहिये। खुलेपन व सहनशीलता का विचार रखकर अविचल रूप से खुली वैश्विक अर्थव्यवस्था का निर्माण करना चाहिए। साथ ही सृजन, समन्वय, हरित, खुलापन व साझा करना जैसे विकास के नये विचार रखकर महामारी के बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था के हरित पुनरुत्थान को मजबूत करना चाहिए। इनके अलावा बहुपक्षवाद के रास्ते पर कायम रहकर संयुक्त राष्ट्र संघ से केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा करनी चाहिए। चीन लगातार शांतिपूर्ण विकास, खुलेपन से विकास, सहयोग से विकास, समान विकास के रास्त पर आगे बढ़ाएगा, और निरंतर रूप से विश्व शांति का निमार्ता, वैश्विक विकास का योगदानकर्ता, अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था का रक्षक बनेगा।

महामारी के मुकाबले के बारे में शी चिनफिंग ने ये सुझाव पेश किये कि हमें जनता की जान को प्रथम स्थान पर रखना चाहिये। सभी संसाधनों का प्रयोग कर वैज्ञानिक रूप से महामारी की रोकथाम करनी चाहिये। साथ ही विभिन्न देशों को मिल-जुलकर काम करना चाहिये, और विश्व स्वास्थ्य संगठन को महत्वपूर्ण भूमिका अदा करनी चाहिये। हमें महामारी की रोकथाम के लिये व्यापक कदम उठाना चाहिये, सुव्यवस्थित रूप से व्यापार, उत्पादन व पढ़ाई की बहाली करनी चाहिये।


शी चिनफिंग ने कहा कि इस बार की महामारी ने मानव को चार संदेश भेजे हैं। पहला, हम एक पृथ्वी पर रहते हैं। विभिन्न देशों के बीच घनिष्ठ संपर्क होता है। किसी देश को अन्य देशों की मुश्किलों से लाभ हासिल नहीं करना चाहिए। दूसरा, आर्थिक भूमंडलीकरण एक वास्तविकता और ऐतिहासिक रुझान बन गया। तीसरा, मानव को एक स्वयं क्रांति करने की जरूरत है। विकास करने व जीवन बिताने के हरित तरीके को तेज बनाना और पारिस्थितिक सभ्यता व खूबसूरत पृथ्वी का निर्माण करना चाहिये। चौथा, वैश्विक शासन व्यवस्था में फौरन सुधार करना चाहिये। महामारी न सिर्फ़ विभिन्न देशों की सत्तारूढ़ क्षमता के लिये एक परीक्षा है, बल्कि वह वैश्विक शासन व्यवस्था के लिये एक जांच भी है।

शी चिनफिंग ने बल देकर कहा कि इस वर्ष 1.4 अरब चीनी जनता ने एक साथ कोशिश करके महामारी के कुप्रभाव को दूर किया, तेजी से उत्पादन व जीवन की सामान्य व्यवस्था की बहाली की। हमें विश्वास है कि हम योजनानुसार व्यापक रूप से खुशहाल समाज का निर्माण पूरा कर सकेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी जनसंख्या को गरीबी से छुटकारा दिलाएंगे, और दस वर्षों पहले संयुक्त राष्ट्र संघ के वर्ष 2030 अनवरत विकास कार्यक्रम में शामिल गरीबी उन्मूलन लक्ष्य को पूरा करेंगे।

शी चिनफिंग ने बल देकर कहा कि चीन विश्व में सबसे बड़ा विकासशील देश है। हम शांतिपूर्ण विकास, खुलेपन से विकास, सहयोग से विकास, समान विकास के रास्त पर कायम रहेंगे।


(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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