श्रीनगर, 5 दिसम्बर (आईएएनएस)| अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अलगाववादियों द्वारा मनाए जा रहे मानवाधिकार सप्ताह के दौरान श्रीनगर शहर में पुलिस द्वारा ‘रात में मारे जा रहे छापों’ की बुधवार को निंदा की। सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासीन मलिक की अगुवाई वाले अलगाववादियों के संघ, संयुक्त प्रतिरोध नेतृत्व (जेआरएल) ने लोगों से तीन दिसंबर से मानवाधिकार सप्ताह मनाने का आग्रह किया है।
मीरवाइज उमर ने अपने ट्विटर पेज पर लिखा, “मानवाधिकार सप्ताह से जुड़े होने को लेकर श्रीनगर शहर में लोगों व प्रतिरोध करने वाले कार्यकर्ताओं के घरों पर पुलिस द्वारा रात में छापे मारे गए। उनके परिवार के सदस्यों को बेरहमी से पीटा गया और परेशान किया गया, कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। जबकि दूसरे कई कार्यकर्ता फरार हैं! मानवाधिकार दुर्व्यवहार के खिलाफ यहां तक कि शांतिपूर्ण मोमबत्ती जुलूस भी शासकों के लिए खतरा बना हुआ है, जिनकी प्रतिक्रिया दमन होती है।”
इस बीच पुलिस ने कश्मीर इकॉनामिक अलायंस (केईए) के अध्यक्ष यासीन खान को हिरासत में लिया है। केईए स्थानीय व्यापारियों व विनिर्माताओं की एक संस्था है।
केईए के सूत्रों ने कहा कि खान को बुधवार सुबह दफ्तर पहुंचने के बाद तत्काल हिरासत में ले लिया गया।