नई दिल्ली, 29 अगस्त (आईएएनएस)| यात्रियों के लिए रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए भारतीय रेलवे अपने पूरे रेल नेटवर्क को आधुनिक सिग्नल और ट्रेनों की आपस में टक्कर को रोकने के लिए प्रणाली को बेहतर करेगा।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी. के. यादव ने गुरुवार को कहा कि रेलवे इस संबंध में अपग्रेड करने की योजना बना रहा है। यादव ने कहा कि रेलवे ने सिस्टम अपग्रेडेशन के लिए मुंबई-अहमदाबाद रूट के अलावा 10 और हाई स्पीड रेल कॉरिडोर की पहचान की है।
रेल इंडिया सम्मेलन और एक्सपो में बोलते हुए यादव ने कहा, “अभी 70,000 किलोमीटर के विशाल भारतीय रेलवे नेटवर्क पर आधुनिक सिग्नल प्रणाली नहीं है।”
उन्होंने कहा, “हम अगले कुछ वर्षों में पूरे सिग्नलिंग सिस्टम को ट्रेनों की टक्कर रोकने वाली तकनीक के साथ अपग्रेड करने की प्रक्रिया पर काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे अगले तीन वर्षों में अपने पूरे नेटवर्क के विद्युतीकरण की योजना बना रहा है।
ट्रेनों की गति बढ़ाने के लिए रेल नेटवर्क को अपग्रेड करने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “15 दिन पहले मंत्रिमंडल ने मुंबई-दिल्ली और दिल्ली-हावड़ा मार्ग को 160 किलोमीटर प्रति घंटे पर अपग्रेड करने की योजना को मंजूरी दी है। हमने इसे चार वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा है।”
उन्होंने कहा कि मौजूदा रेल नेटवर्क पर गति को बढ़ाने की योजना के लिए गहन विश्लेषण और अनुसंधान की आवश्यकता है।
यादव ने कहा, “मौजूदा रेल नेटवर्क पर गति बढ़ाने संबंधित सभी कदम विश्लेषण के बाद ही उठाए जाएंगे।”
उन्होंने कहा, “यह पहली बार है कि भारतीय रेलवे ट्रेन का किराया तय नहीं करेगा।”
उन्होंने मुंबई-अहमदबाद के बीच भारतीय रेलवे की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना के बारे में भी बात की। इस 508 किलोमीटर दूरी की हाई स्पीड ट्रेन परियोजना के बारे में उन्होंने कहा, “हाई स्पीड कॉरिडोर पर काम सुचारू रूप से चल रहा है।”
रेलवे की वृद्धि में उद्योगों की भूमिका पर जोर देते हुए अध्यक्ष ने उद्योगों को एक सार्थक साझेदारी के लिए कहा।