नई दिल्ली | सोसाइटी ऑफ इंडियन मैन्युफैक्चर्स (सियाम) के अध्यक्ष राजन वढेरा ने गुरुवार को कहा कि खपत में मंदी के कारण संविदा पर निर्माण के लिए रखे गए दस लाख नौकरियों को खतरा हो सकता है। मंदी ने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को उत्पादन कम करने व कार्यबल घटाने को मजबूर किया है।
सियाम के वार्षिक सम्मेलन में वढेरा ने कहा, “अब तक संविदा पर रखे गए निर्माण से जुड़े 15,000 लोगों की नौकरियां गई हैं और अगर मंदी में बदलाव नहीं आया तो अन्य दस लाख नौकरियां खतरे में हैं।”
वढेरा ने कहा, “मोटर वाहन उद्योग सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के लिए लगभग 50 फीसदी, 15 फीसदी वस्तु और सेवा कर (जीएसटी) और 3.7 करोड़ प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के लिए जिम्मेदार है।”
ऑटोमोबाइल उद्योग पर मंदी के कारण काफी बुरा असर पड़ा है। इसमें कई कारक जैसे उच्च जीएसटी दर, कृषि संकट, मजदूरी व तरलता की कमी शामिल हैं।
-आईएएनएस
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