संन्यास लेने पर युवराज को लोगों ने दी शुभकामनाएं

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नई दिल्ली, 10 जून (आईएएनएस)| भारत को दो विश्व कप दिलाने वाले हरफनमौला खिलाड़ी युवराज सिंह ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। इस मौके पर क्रिकेट जगत से कई लोगों ने उन्हें बधाइयां दी।

युवराज ने मुंबई में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह उनके लिए काफी भावनात्मक पल है और उनका करियर एक रोलर-कोस्टर की तरह रहा है। युवराज ने कहा कि वह काफी समय से रिटायरमेंट के बारे में सोच रहे थे और अब उनका प्लान आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त टी-20 टूर्नामेंट्स में खेलने का है।


भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट कर लिखा, “देश के साथ एक शानदार करियर के लिए बधाई पाजी। आपने हमें काफी यादें और जीत दी हैं। मैं आपको आने वाले जीवन के लिए शुभकामनाएं देता हूं। एक तरफा चैम्पियन।”

2002 नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में युवराज के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाने वाले बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने कहा, “खेल के इतिहास के सर्वकालिक महान मैच विजेता खिलाड़ियों में शुमार। एक योद्धा जिसने कई मुसीबतों के बाद भी शानदार करियर बनाया और एक विजेता की तरह निकल कर आया। हम सभी को आप पर गर्व है युवराज।”

युवराज ने अपना अंतिम टेस्ट साल 2012 में खेला था। सीमित ओवरों के क्रिकेट में वह अंतिम बार 2017 में दिखे थे। युवराज ने साल 2000 में पहला वनडे, 2003 में पहला टेस्ट और 2007 में पहला टी-20 मैच खेला था।


चंडीगढ़ में साल 1981 में जन्में युवराज ने भारत के लिए 40 टेस्ट, 304 वनडे और 58 टी-20 मैच खेले। टेस्ट में युवराज ने तीन शतकों और 11 अर्धशतकों की मदद से कुल 1900 रन बनाए जबकि वनडे में उन्होंने 14 शतकों और 52 अर्धशतकों की मदद से 8701 रन जुटाए।

भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग ने लिखा, “खिलाड़ी आते जाते हैं, लेकिन युवराज सिंह जैसा खिलाड़ी काफी मुश्किल से मिलता है। काफी मुश्किल हालात का सामना किया, बीमारियों को हराया, गेंदबाजों को पीटा, दिल जीते। अपनी इच्छाशाक्ति से कई लोगों को प्रेरित किया। जिंदगी के लिए शुभकामनाएं युवी।”

टी-20 मैचों में युवराज ने कुल 1177 रन बनाए। इसमें आठ अर्धशतक शामिल हैं। युवराज ने टेस्ट मैचों में 9, वनडे में 111 और टी-20 मैचो में 28 विकेट भी लिए हैं। युवराज ने 2008 के बाद कुल 231 टी-20 मैच खेले हैं और 4857 रन बनाए हैं। उन्होंने टी-20 मैचों में 80 विकेट भी लिए हैं।

भारत ने जब साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में दूसरी बार आईसीसी विश्व कप जीता था, तब 37 साल के युवराज एक लड़ाके के रूप में सामने आए थे। युवराज ने उस विश्व कप में 362 रन (एक शतक और चार अर्धशतक) बनाने के अलावा 15 विकेट भी हासिल किए थे और चार बार मैन ऑफ द मैच के अलावा प्लेअर ऑफ द टूर्नामेंट चुने गए थे।

पूर्व बल्लेबाज वीवीएस. लक्ष्मण ने लिखा है, “तुम्हारे साथ खेलने में मजा आया युवी। आप खेल के इतिहास में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में गिने जाओगे। आप अपनी प्रतिबद्धता, जुनून से हमारे लिए प्रेरणा रहे हो।”

कुछ समय तक युवराज के विकल्प तक देखे जाने वाले सुरेश रैना ने लिखा, “एक युग का अंत है। युवी पा, आपकी बल्लेबाजी काबिलियत, शानदार छक्के, बेहतरीन कैच और वो शानदार समय जो हमने साथ बिताया, वो सब याद आएगा। जो क्लास आप मैदान पर लेकर आए वो हम सभो को प्रेरित करेगी।”

 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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