सोनिया, पिंकी विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पिनयशिप में प्री-क्वार्टर फाइनल में

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नई दिल्ली, 17 नवंबर (आईएएनएस)| भारत की सोनिया ने केडी जाधव हॉल में जारी 10वीं आईबा विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के 57 किलोग्राम भारवर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। सोनिया के अलावा शनिवार को ही भारत की एक और मुक्केबाज पिंकी रानी भी अंतिम-16 दौर का टिकट कटाया। 22 साल की युवा प्रतिभाशाली मुक्केबाज सोनिया ने मोरक्को की ताउजानी डोआ को 5-0 से हराया। अगले दौर में उनका सामना बुल्गारिया की सात्नीमीर पेट्रोवा से होगा।

इस चैम्पियनशिप में पदार्पण कर रहीं सोनिया ने ओपन गार्ड के साथ शुरुआत की और मोरक्को की खिलाड़ी को अटैक करने के मौके दिए। सोनिया ने इस दौरान अच्छे लेफ्ट जैब और सीधे पंचों का इस्तेमाल कर पहले राउंड में अपना दबदबा बनाया।


दूसरे राउंड में भी सोनिया ने अपने लेफ्ट जैब का और अच्छा इस्तेमाल किया और सटीक तरह से अंक बटोरने वाली जगह पर पंच बरसाए। मोरक्को की अनुभवी खिलाड़ी ने भी अपनी रणनीति में बदलाव किया और फ्रस्ट्रेशन में अपना गार्ड नीचे कर दिया। उन्होंने हालांकि कुछ अच्छे पंच बरसाए लेकिन वह संघर्ष करती दिखीं।

तीसरा राउंड निर्णायक साबित हुआ जहां भारतीय खिलाड़ी ने दाएं-बाएं के सही संयोजन के अलावा लेफ्ट जैब का भी अच्छा इस्तेमाल किया। इस बीच दोनों खिलाड़ी नियंत्रण से बाहर हो गई और रैफरी को बीच में आना पड़ा।

मैच का नतीजा हालांकि सोनिया के पक्ष में आया। पांच में चार जजों ने सोनिया को पूरे अंक दिए तो वहीं एक जज ने एक अंक कम दिया।


मैच के बाद जब सोनिया से पूछा गया कि क्या वह इस टूर्नामेंट में पहली बार खेलने से घबराई हुई थीं? तो उन्होंने कहा, “मैं जानती थी कि मुझे दूरी बनाकर रखनी है और करीब तभी जाना है जब मौका मिले। पहले दो राउंड में मैं कुछ मौकों पर सफल रही। तीसरे राउंड में मैं खुलकर खेली और मैंने अपने पंचों के संयोजन का अच्छा इस्तेमाल किया।”

तुर्की में आयोजित हुई अहमत कोर्मट मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली सोनिया ने कहा कि उनके प्रशिक्षकों ने उन्हें आत्मविश्वास दिया और तीसरे राउंड में खुलकर खेलने को कहा। उन्होंने कहा, “मेरे प्रशिक्षकों ने कहा कि मैं अच्छा कर रही हूं और इससे मुझे अटैक करने का मौका मिला।”

वहीं, पिंकी ने 48 किलोग्राम भारवर्ग के मुकाबले में अनुश ग्रिगोरयान को 4-1 से मात दे अंतिम-16 की राह तय की। पिंकी ने पूरे मुकाबले में अपनी विपक्षी को बैकफुट पर रखा। इस बात का अंदाजा पांचों रेफरियों द्वारा उन्हें दिए गए स्कोर से लगाया जा सकता है। सिर्फ एक रेफरी ने ही अनुश को पिंकी से बेहतर माना।

पिंकी ने मैच जीतने के बाद कहा कि वह जीत के लेकर आश्वस्त थीं। उन्होंने कहा, “मुझे अपने ऊपर भरोसा था। टूर्नामेंट का पहला मुकाबला था। कोई भी मुक्केबाज किसी भी भारवर्ग में कम नहीं हैं इसलिए जरूरी है कि आप पबले राउंड में उसे देखें, उसके खेल पर ध्यान दें और फिर उस हिसाब से अपनी रणनीति बनाएं और खेल खेलें।”

उन्होंने कहा, “दूसरे राउंड में प्रशिक्षकों ने कहा कि थोड़ी दूरी बनाकर खेलें और मौका मिलने पर आक्रमण करें। मैंने वही किया।”

अगले दौर में पिंकी का सामना इंग्लैंड की एलिस लिली से होगा।

इससे पहले, स्टैनिमीरा पेट्रोवा ने अमेरिका की रियाना रियोस को मात दी। यह मुकाबला पूरी तरह से एकतरफा रहा। अमेरिकी आर्मी में सार्जेट पद पर कार्यरत मुक्केबाज से अच्छे मुकाबले की उम्मीद थी, लेकिन पूर्व विश्व चैम्पियन पेट्रोवा ने उन्हें अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। रियो ओलम्पिक में हिस्सा लेने वाली पेट्रोवा ने अमेरिकी मुक्केबाज को एकतरफा मुकाबले में मात दी।

 

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