नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)| सऊदी अरब की राजशाही ने इस आशय की रिपोर्ट को गतल बताया है कि उसने वीजा के लिए शुल्क को बढ़ा दिया है।
सऊदी अरब ने कहा है कि उसने वीजा प्रणाली को नया रूप दिया है और हज, उमरा के लिए आने वालों व अन्य लोगों में प्रत्येक के लिए तीन सौ सऊदी रियाल (करीब 5600 रुपये) का शुल्क तय किया है।
सऊदी अरब के दूतावास ने एक बयान में यह जानकारी देते हुए बताया है कि एक अन्य बड़े फैसले में सऊदी कैबिनेट ने दोबारा उमरा करने पर श्रद्धालुओं से लिए जाने वाले शुल्क को खत्म कर दिया है।
बयान में कहा गया है कि अभी तक नियम यह था कि अगर कोई तीन साल के अंदर दोबारा उमरा करने के लिए मक्का व मदीना की धार्मिक यात्रा करता है तो उसे दो हजार सऊदी रियाल (करीब 37700 रुपये) का अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ता था। अब इस नियम को रद्द कर दिया गया है।
यह स्पष्टीकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 28-29 अक्टूबर को सऊदी अरब की होने वाली यात्रा से पहले सऊदी अरब द्वारा जारी किया गया है। मोदी की यात्रा के दौरान भारत व सऊदी अरब के बीच कई बड़े ऊर्जा समझौतों को अंतिम रूप दिया जाने वाला है।