क्या आपको भी स्वादिष्ट खाना खाना और बनाना बेहद पसंद है। अगर हां, तो थोड़े सावधान हो जाइए क्योंकि किचन में खाना बनाना आपको बीमार भी कर सकता है। आज के समय में केवल महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष में अपने इस शौक को पूरा करने के लिए किचन में काम करते देखे जा सकते हैं। अपने इस शौक को पूरा करने लिए कई बार लोग घंटों किचन में खड़े होकर काम करते रहते हैं और इसमें इतने मशगूल हो जाते हैं कि उन्हें समय का अंदाजा भी नहीं लगता है। लेकिन वो इस बात से पूरी तरह अनजान रहते हैं कि उनका ये शौक उनकी सेहत पर कितना भारी पड़ रहा है।
आइए जानते हैं कैसे बच सकते हैं हम बीमार होने से….
आपको बता दें कि इस संबंध में एक रिसर्च सामने आई है। इसके तहत पेशेवर कुक और घर में खाना बनाने वाली महिलाओं पर रिसर्च किया गया कि अगर वो किचन में एक तय समय से ज्यादा काम करते हैं तो उनकी सेहत पर क्या प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। इस रिसर्च में पता चला कि किचन में लगातार बर्नर के जलने से वहां का तामपान कई बार 30 डिग्री से ज्यादा हो जाता है। इसके साथ ही ये बात भी सामने आई कि किचन में चाहे जितनी ज्यादा भी साफ-सफाई रख ली जाए वहां कुछ न कुछ कीटाणु रह ही जाते हैं जोकि सेहत के लिए काफी हानिकारक होते हैं।
आपको ये जानकर हैरानी होगी की किचन का pH लेवल 3.1 से 17.71 तक होता है। ये सेहत के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है। इसमें नेफ्थालीन, फ्लोरीन, एसनाफिथीन, फेनाथिरीन, पायरीन जैसी हानिकारक एलिमेंट होते हैं। रिसर्च में किचन का pM लेवल 71.9 माइक्रान क्यूबिक मीटर नोट किया गया।
इन बातों का रखें ध्यान
किचन में सफाई का पूरा ख्याल रखें। स्लैब की सफाई साबुन और गर्म पानी से करें ताकि बैक्टीरिया के विकास की संभावना ही न रहे। किचन में इस्तेमाल होने वाले कपड़ों को साबुन के पानी में धोकर अच्छे से सुखाएं। सप्ताह में दो बार खाद्य पदार्थ स्टोर करने वाले डिब्बों की सफाई करें।
किचन में हवा पास होने का ध्यान रखें। खिडकियां और दरवाजे खुले रखें ताकि ताज़ी हवा और सूर्य की रौशनी आती रहे जिससे बैक्टीरिया पनप न पाएं और किचन का तापमान थोड़ा सामान्य रहे। किचन में लगातार खड़े न रहें। बीच बीच में घूम आएं या थोड़ा रेस्ट कर लें।
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