सतना से अपहृत जुड़वा भाइयों की हत्या से सियासत गर्माई

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 भोपाल। मध्य प्रदेश के सतना जिले में 12 दिन पहले अपहृत किए गए तेल कारोबारी के जुड़वा बच्चों की हत्या ने राज्य की सियासत को गर्मा दिया है। भाजपा जहां कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रही है तो वहीं सरकार ने अपरोक्ष रूप से भाजपा पर हमला बोला है। सतना जिले के चित्रकूट स्थित सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट द्वारा संचालित सद्गुरु पब्लिक स्कूल से बस से घर लौटते जुड़वा भाइयों प्रियांष और श्रेयांष का 12 फरवरी को अपहरण कर लिया गया था। ये दोनों बच्चे तेल कारोबारी ब्रजेश रावत के पुत्र थे। रविवार की सुबह उनका शव मिला।

नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने जुड़वा भाइयों की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा है कि प्रदेश सरकार और प्रशासन चित्रकूट के अपहृत जुड़वा बालकों को अपहर्ताओं से मुक्त कराने में 12 दिन बाद भी असफल रही और अंतत: उन स्कूली बच्चों की निर्मम हत्या कर दी गई, लेकिन प्रदेश सरकार टांसफरों में मस्त है, प्रशासनिक रिक्तता और अराजकता भीषण रूप से प्रदेश में व्याप्त हो चुकी है।


राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि सरकार का इतना निकम्मापन और नकारापन मैंने कभी नहीं देखा। मेरे समय में अगर अपहरण की घटना होती थी तो शासन-प्रशासन के लोग सोते नहीं थे। मासूमों को सकुशल उनके परिजनों तक पहुंचाकर ही हम चैन की सांस लेते थे।

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, “प्रदेश में गुंडों का बोलबाला है और सरकार अफसरों के तबादलों में व्यस्त है। समझ में नहीं आता कि ट्रांसफर सीएम कर रहे हैं या उनके पीछे तैनात ‘सुपर सीएम’। कई बार तो सीएम को भी नहीं पता होता कि किसका ट्रांसफर कहां हुआ। प्रदेश में ‘मिस्टर बंटाधार रिटर्न्‍स’ हो गया है।”

प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा है कि तबादला उद्योग चलाने वाली इस सरकार ने मप्र की कानून व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है। चित्रकूट में अपहृत जुड़वा भाइयों की हत्या दुखद है, 13 दिन बाद भी सुरक्षित वापस नहीं ला पाने वाली सरकार जवाब दे कि अपराधियों के हौसले बुलंद क्यों हो गए, क्यों जनता पर लगातार अपराध हो रहे हैं।”


विपक्ष के हमलों के बीच आरोपियों द्वारा भाजपा के झंडा लगे बुलेरो का उपयोग किए जाने का मामला सामने आने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपहरण के मामले में राजनीति न करने की सलाह देते हुए कहा कि इस मामले में झंडे वाली गाड़ी पकड़ी गई है, इस मामले की पूरी जांच कराएंगे और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।

कमलनाथ ने आगे कहा कि इस हृदय विदारक घटना से मन व्यथित है। अपराधियों को इस जघन्य कृत्य के लिए बख्शा नहीं जाएगा, आरोपियों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने बच्चों के पिता बृजेश रावत से फोन पर बात कर शोक संवेदना व्यक्त की और आश्वस्त किया कि इस घटना के आरोपियों को न केवल पकड़ा जाएगा बल्कि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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