सनी देओल ने ठुकराया बीजेपी का ऑफर, नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

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लोकसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। सियासी दल जनता को लुभाने के लिए बॉलीवुड सितारों को चुनावी मैदान में उतारने में जुटे हैं। हाल ही में अभिनेत्री उर्मिता मातोंडकर कांग्रेस में शामिल हुईं। वहीं जया प्रदा ने पार्टी बदलकर बीजेपी का दामन थामा और रामपुर से चुनावी अखाड़े में उतरेंगी। इसी बीच पिछले कुछ दिनों से मीडिया में ये चर्चा जोर-शोर से हो रही है कि दिग्गज अभिनेता सनी देओल भी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स में लगातार कहा जा रहा है कि सनी देओल बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी पंजाब के गुरदासपुर या अमृतसर लोकसभा सीट से सनी दओल को चुनाव लड़ाना चाहती है। लेकिन न्यूज्ड को अत्यंत विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि सनी देओल ने बीजेपी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने सनी देओल को चुनाव लड़ने के लिए तमाम तरह की पेशकशें की है। यहाँ तक कि पार्टी ने उन्हें राजी करने के लिए सनी देओल के पिता धर्मेंद्र को भी एप्रोच किया। मगर सनी देओल ने चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया है।


बेटे करण देओल की फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं सनी देओल

सूत्रों के अनुसार, सनी ने व्यस्तता का हवाला देकर चुनावी मैदान में उतरने का बीजेपी का ऑफर ठुकराया है। आपको बता दें कि सनी देओल जल्द ही अपने बेटे करण देओल की बॉलीवुड में एंट्री कराने जा रहे हैं। सनी ने बेटे करण की डेब्यू फिल्म ‘पल पल दिल के पास’ को खुद डायरेक्ट किया है और फिलहाल उनकी प्राथमिकता और पूरा ध्यान फिल्म की शूटिंग पूरी करने पर है। ये फिल्म एक लव स्टोरी होगी और सनी देओल बेटे के डेब्यू में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।

ज्ञात हो कि 13 लोकसभा सीटों वाले पंजाब में बीजेपी का शिरोमणि अकाली दल के साथ गठबंधन है। 2014 के लोकसभा चुनाव में अरुण जेटली ने बतौर बीजेपी उम्मीदवार अमृतसर से चुनाव लड़ा था और बुरी तरह हार गए थे। वहीं, गुरदासपुर सीट से दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना सांसद चुने गए थे। विनोद खन्ना 1999 से 2009 और 2014 से 2017 तक इस सीट से चार बार सांसद रहे। 2009 में विनोद खन्ना को इस सीट पर हार मिली और 2017 में उनके निधन के बाद ये सीट फिर से कांग्रेस के पाले में चली गई थी। 2017 के उपचुनाव में इस सीट पर कांग्रेस के सुनील जाखर को जीत हासिल हुई थी।

बीजेपी का मानना था कि किसी बड़े पंजाबी चेहरे को उतारकर इस सीट को दुबारा अपनी झोली में डाला जा सकता है। इसलिए पार्टी ने सनी देओल को टिकट देने का निर्णय किया था। किन्तु, सनी देओल ने फिलहाल उनकी आशाओं पर पानी फेर दिया है।


आपको बता दें कि सनी देओल के पिता और लोकप्रिय अभिनेता धर्मेंद्र बीजेपी के टिकट पर 2004 में राजस्थान की बीकानेर सीट से चुनाव लड़ चुके हैं और उन्हें यहां जीत भी मिली थी । वहीं उनकी सौतेली मां हेमा मालिनी अभी मथुरा से बीजेपी सांसद हैं । खुद सनी देओल भी 2014 के चुनाव में यूपी के बागपत से बीजेपी प्रत्याशी सत्यपाल मालिक के लिए चुनाव प्रचार कर चुके हैं।

62 साल के सनी देओल अभी भी फिल्मों में सक्रिय हैं । पिछले साल उनकी फिल्म ‘यमला पगला दीवाना फिर से’ आई थी। इसके अलावा उनकी दो अन्य फिल्में ‘मोहल्ला अस्सी’ और ‘भैयाजी सुपरहिट’ हाल के महीनों में ही रिलीज हुई थीं।

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