National Youth Day 2020: 25 वर्ष की उम्र में स्वामी विवेकानंद बने संन्यासी, पढ़ें उनके अनमोल विचार जो बदल देंगे आपकी जिंदगी

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National Youth Day 2020: 25 वर्ष की उम्र में स्वामी विवेकानंद बने संन्यासी, पढ़ें उनके अनमोल विचार जो बदल देंगे आपकी जिंदगी

Yuva Diwas 2020: राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) हर साल 12 जनवरी को मनाया जाता है। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती (Swami Vivekananda Birthday) होती है। साल 1863 में इसी दिन कलकत्ता (अब कोलकाता) में एक कायस्थ परिवार में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। उनके बचपन का नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। उनके पिता विश्वनाथ दत्त उस समय कलकत्ता हाईकोर्ट के वकील हुआ करते थे। उनकी माता भुवनेश्वरी देवी धार्मिक विचारों की महिला थीं।

स्वामी विवेकानंद ने 25 साल की उम्र में घर-परिवार का त्याग कर संन्यास धारण कर लिया था। वे विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु थे। उनके कुछ ऐसे विचार भी हैं जिनको अपनाकर कोई अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। साल 1893 में अमेरिका के शिकागो में हुए विश्व धर्म सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद का भाषण अविस्मरणीय है। उनके इस भाषण की चर्चा आज भी होती है। अमेरिका में दिए गए उनके भाषण ने दुनिया के सामने भारत की एक नई तस्वीर पेश की थी।


1893 में अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म महासभा हुई थी, जिसमें विवेकानंदजी ने भाषण दिया। इस भाषण के बाद उन्हें काफी ख्याति मिली थी। उनके इस भाषण के प्रभाव से ही कई अंग्रेजी लोग भारत की संस्कृति से प्रभावित हुए और आध्यात्मिक सुख के लिए भारत भी आए। स्वामी विवेकानंद ने राम कृष्ण मिशन सोसाइटी की पहली नींव रखी थी। भले ही स्वामी विवेकानंद जी आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके अनमोल विचारों को लोग आज भी याद करते हैं। अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में निराश हो तो उनके अनमोल विचारों को पढ़कर अपने जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा ले सकता है। आइए जानते हैं स्वामी विवेकानंद के कुछ ऐसे विचार, जिनका ध्यान रखने पर आप सफलता हासिल कर सकते हैं।

1. हम वो हैं, जो हमें हमारी सोच ने बनाया है। इसलिए इस बात का धयान रखें कि आप क्या सोचते हैं। जैसा आप सोचते हैं वैसे बन जाते हैं।

2. जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते, तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।


3. पहले हर अच्छी बात का मजाक बनता है, फिर उसका विरोध होता है और फिर उसे स्वीकार कर लिया जाता है।

4. किसी भी चीज से मत डरो। तुम अद्भुत काम करोगे। यह निर्भयता ही है जो पलभर में परम आनंद लाती है।

5. जिस समय जिस काम के लिए प्रतिज्ञा करो, ठीक उसी समय पर उसे करना ही चाहिए, नहीं तो लोगों का आप पर से विश्वास उठ जाता है।

6. जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए, आप यकीन कर सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर चल रहे हैं।

7. सत्य को हजार तरीकों से बताया जा सकता है, फिर भी हर एक सत्य ही होगा।

8. हम जितना ज्यादा बाहर जाएँ और दूसरों का भला करें, हमारा हृदय उतना ही शुद्ध होगा और परमात्मा उसमें वास करेंगे।

9. आपको अंदर से बाहर की ओर विकसित होना है। कोई तुम्हें पढ़ा नहीं सकता, कोई तुम्हें आध्यात्मिक नहीं बना सकता। तुम्हारी आत्मा के आलावा कोई और गुरु नहीं है।

10. भला हम भगवान को खोजने कहां जा सकते हैं, अगर उसे अपने हृदय और हर एक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते।


प्रेरणा का स्रोत है स्वामी विवेकानंद का जीवन, ये हैं उनके कुछ अनमोल विचार

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