नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)| गायक-संगीतकार आरको प्रावो मुखर्जी का कहना है कि वह नहीं चाहते कि उन्हें एक ही तरह के गीत-संगीत के लिए जाना जाए, वह टाइपकास्ट नहीं होना चाहते।
‘तेरे संग यारा’, ‘अभी-अभी’, ‘नज्म नज्म’ जैसे रोमांटिक गीतों के लिए मशहूर आरको ने आईएएनएस से फोन पर कहा, “मेरे समेत कई संगीतकारों को फिल्म-संगीत उद्योग में टाइपकास्ट कर दिया जाता है। ऐसे निर्माता हैं जो मुझसे प्रेम गीतों के लिए ही संपर्क करते हैं..मैं टाइपकास्ट नहीं होना चाहता।”
उन्होंने कहा, “मैं कुछ नया करना चाहता हूं। ऐसे संगीतकार हैं जिन्हें पूरी फिल्म का म्यूजिक एल्बम कंपोज करने का मौका मिल रहा है। उन्हें अलग तरह की स्थितियों में हुनर दिखाने का मौका मिल रहा है लेकिन कभी कभी मुझे लगता है कि मुझसे किसी खास तरह के गाने के लिए ही संपर्क किया जाता है।”
आरको ने कहा, “मैं नई विधाओं व गीतों में हाथ आजमाना चाहता हूं जो अलग-अलग तरह की कहानियां सुनाते हों। मैं कोई एक ही श्रेणी वाला बनकर नहीं रह जाना चाहता। यह बहुत जरूरी है कि आप अपने कंफर्ट जोन से बाहर आएं और विविधतापूर्ण काम करें।”
आरको अपने पहले देशभक्ति गीत के साथ सामने आए हैं। यह अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म ‘केसरी’ का ‘तेरी मिट्टी’ है। इसे पंजाबी गायक बी. प्राक ने गाया है। आरको का मानना है कि यह उनके करियर का ‘सर्वाधिक भावनापूर्ण’ गीत है।
आरको ने बताया कि फिल्म के निर्माता करण जौहर की आंखों में इस गाने को सुनकर आंसू आ गए थे। उन्होंने कहा, “करण सर की आंखों में आंसू आ गए थे। अक्षय सर भी भावुक हो गए थे। उन्होंने (अक्षय ने) तो यह भी कहा कि ‘तेरी मिट्टी’ इस फिल्म का उनका सर्वाधिक पसंदीदा गीत है।”