तालिबान ने गनी के संघर्ष विराम के आह्वान को खारिज किया

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काबुल, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। तालिबान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की कोरोनोवायरस महामारी के बीच संघर्ष विराम के आह्वान को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि हजारों कैदियों की ओर सरकार द्वारा ध्यान नहीं देने ने राष्ट्रपति की अपील को झुठला दिया है।

टोलो न्यूज के मुताबिक, देश के कई हिस्सों में जारी हिंसा के बीच, गनी ने कोरोनोवायरस के देशव्यापी प्रसार की विशेष स्थितियों का हवाला देते हुए गुरुवार को तालिबान से संघर्ष विराम के लिए अपील की।


अपने संदेश में, गनी ने तालिबान से अफगान नागरिकों को मारना बंद करने के लिए कहा और कहा कि सरकार देश में कोरोनोवायरस संकट के दौरान कमजोर परिवारों की मदद करना जारी रखेगी।

अफगान सुरक्षा बल के दर्जनों सदस्यों के पिछले सप्ताह तालिबान के हमलों में जान गंवाने के बाद गनी की यह अपील आई।

लेकिन तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि संघर्ष विराम की अपील तर्कसंगत नहीं है क्योंकि कोरोनोवायरस के कारण “हजारों कैदियों को खतरे में डाला जा रहा है और शांति प्रक्रिया व (अमेरिका-तालिबान समझौते के पूरी तरह से लागू होने के रास्ते में अड़चनें डाली जा रही हैं।”


तालिबान 29 फरवरी को दोहा में अमेरिका-तालिबान समझौते के आधार पर अफगान सरकार द्वारा 5,000 कैदियों की रिहाई की मांग कर रहा है।

अफगान सरकार 1,500 कैदियों को रिहा करने के लिए सहमत हुई है, लेकिन एक सशर्त और क्रमिक प्रक्रिया के माध्यम से।

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्ला मोहिब के अनुसार, तालिबान द्वारा विशेष रूप से जिन कैदियों को छोड़ने के लिए अनुरोध किया गया है, उन 15 कैदियों में से पांच काबुल में बड़े हमलों में शामिल रहे हैं।

–आईएएनएस

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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