Bihar Assembly Elections 2020: राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) से मिलने के लिए रांची के रिम्स निदेशक बंगले के बाहर अब दिन की बजाय रात को भारी भीड़ जुट रही है। लालू खराब सेहत के कारण रांची के रिम्स अस्पताल में भर्ती थे। लेकिन कोरोना काल में उन्हें निदेशक बंगला में शिफ्ट कर दिया गया है।
दरअसल ये भीड़ आगामी चुनाव की वजह से जुट रही है। बताया जा रहा है कि बिहार चुनाव को लेकर लालू से मिलने वालों की संख्या में बड़ी तेजी के साथ बढ़ोतरी हुई है। वैसे तो यहां पहले भी लालू से मिलने वालो का तांता लगा रहता था, लेकिन चुनावी नजदीक आते ही यहां का नज़ारा एकदम अलग नज़र आ रहा है।
एक खबर के मुताबिक , लोगों के आने के सिलसिला रात 8 बजे से ही शुरू होता है और रात 11 बजे तक चलता है। जहां दिन में जहां निदेशक बंगला के गेट नंबर-2 से लोगों की मुलाकात कराई जाती है। वहीं शाम होने के बाद गेट नंबर एक से लोगों की एंट्री होने लगती है।
इस पूरे मसले पर बीजेपी ने झारखंड सरकार पर निशाना साधा है। बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि राज्य सरकार ने सजायाफ्ता कैदी लालू प्रसाद को सरकारी मेहमान बनाकर रखा है। उन्होंने कहा कि कानून और जेल मैनुअल की सभी नियमों को तोड़कर लालू प्रसाद से मिलने वालों का दौर अभी भी जारी है।
जबकि प्रतुल ने कहा की जेल आईजी ने कहा है कि केली बंगला को जेल नहीं माना जा सकता है। उन्होंने कहा कि जेल वह कोई ऐसी जगह भी हो सकता है जहां सजायाफ्ता कैदी को अल्पकाल के लिए भी रखा जाए। इसलिए सरकार या अधिकारी कुछ भी कहें लेकिन तकनीकी रूप से लालू प्रसाद फिलहाल रिम्स में हिरासत में हैं और उनके ऊपर जेल मैनुअल के सारे नियम लागू होंगे।