Tiger Pataudi Death Anniversary: क्रिकेट का सफर शुरू होने से पहले एक आंख खराब हो जाती है, वजह एक कार एक्सीडेंट। हौसला नहीं टूटता। कुछ महीनों बाद इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत में ही पहले मैच में 103 रन बनाते हैं। उनका नाम ‘टाइगर पटौदी’ था। असली नाम मंसूर अली खान पटौदी (Mansoor Ali Khan Pataudi)। ये वही मैच था जिसमें पटौदी ने एक्ट्रेस शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore) का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया था।
पटौदी ने एक बार अपने टाइगर नाम पड़ने के बारे में कहा था कि ” टाइगर नाम मुझे बहुत छोटे में ही मिल गया था। तब मैंने क्रिकेट खेलना भी नहीं शुरू किया था। ये नाम मुझे क्यों मिला, पता नहीं। जहां तक मुझे याद है मैं अपने हाथों और पैरों से टाइगर की तरह फर्श पर चलता था।”
पटौदी नवाबों के खानदान से थे। सैकड़ों कमरों की हवेली। 100 से भी अधिक नौकर। जीवन में किसी चीज़ की कमी नहीं। इनके पिता इफ्तिखार अली खान पटौदी भी एक जाने माने क्रिकेटर थे। इनका नाता पाकिस्तान से भी नाता रहा हैै। इनके एक अंकल शेर अली खान पटौदी पाकिस्तान के मेजर जनरल रह चुके हैं।
पटौदी का क्रिकेट करियर काफी छोटा रहा। इन्होंने कुल 46 मैच खेले थे। आगे चल कर आईपीएल (IPL) गवर्निंग काउंसिल से जुड़े रहे। इन्होंने भोपाल से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव भी लड़ा था पर सफलता नहीं मिली। 22 सितंबर 2011 को इन्होंने दिल्ली में अपनी आखिरी सांस ली।
टाइगर पटौदी उस वक़्त की जानी मानी अभिनेत्री शर्मिला टैगोर को अपना दिल बैठे थे। लेकिन दोनों का मिलना इतना आसान नहीं था दोनों के धर्म अलग थे। पटौदी और शर्मिला टैगोर की बेटी सोहा अली खान (Soha Ali Khan) ने एक इंटरव्यू में कहा था कि ” मेरी मां से मेरे पापा पहली बार एक फिल्मी पार्टी में मिले थे। इसके बाद उन्होंने मम्मी के पास लगातार एक एक कर के सात फ्रिज भेजे थे। ताकि उनके तरफ से कोई प्रतिक्रिया आ सके। इसके बाद जाकर मेरी माँ पापा के साथ पहली डेट पर गईं थी।”
हालांकि कई मुश्किलों के बाद दोनों ने 27 दिसंबर 1969 को शादी कर ली थी। इनके शादी में प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) ने भी शिरकत की थी। पटौदी और शर्मिला के तीन बच्चे हैं। सैफ अली खान (Saif Ali Khan), सोहा अली खान और सबा अली खान।