‘कबीर सिंह’ का जबरा फैन था टिक-टॉक स्टार जॉनी दादा, पहले लड़की को मार डाला, फिर की आत्महत्या

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'कबीर सिंह' का जबरा फैन था टिक-टॉक स्टार जॉनी दादा, पहले लड़की को मार डाला, फिर की आत्महत्या

शाहिद कपूर की ब्लॉकबस्टर फिल्म कबीर सिंह की रिलीज के बाद उनके किरदार को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही थी। कई लोगों को शहीद के निभाए इस रोल से आपत्ति थी और यहाँ तक कि लोगों ने फिल्म को बैन करने की मांग भी की थी। कारण यह कि फिल्म में लड़कियों के खिलाफ हिंसा को दिखाया गया था। साथ ही नशा करने और महिलाओं की इज्ज़त ना करने वाले एक गुस्सैल इंसान को हीरो के रूप में प्रस्तुत किया गया था। लोगों को अंदेशा था कि युवा लोग कबीर सिंह के किरदार से सम्मोहित होंगे और निजी जिंदगी में उसकी तरह व्यवहार करना सीखेंगे। अब हकीकत में एक ऐसा उदाहरण सामने आया है। टिकटॉक पर कबीर सिंह के स्टाइल को फॉलो करने वाले एक शख्स पर लड़की के कत्ल का इल्जाम लगा है। इतना ही नहीं, इस शख्स ने बाद में खुदकुशी भी कर ली है।

रिपोर्ट के मुताबिक, टिक टॉक पर लोकप्रिय विलन जॉनी दादा यानी अश्विनी कुमार निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म ‘कबीर सिंह’ से इस कदर प्रभावित हुआ कि उसने एक लड़की की हत्या कर दी। उस लड़की की दिसंबर में किसी और से शादी होने वाली थी और जॉनी दादा को जैसे ही इसकी भनक लगी, उसने लड़की को मौत की नींद सुला दी।


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उत्तरप्रदेश के रहने वाले टिक टॉक स्टार जॉनी दादा उर्फ अश्विनी कुमार ने ‘कबीर सिंह’ के एक डायलॉग ‘जो मेरा नहीं हो सका उसे किसी और का होने का मौका नहीं दूंगा’ पर एक विडियो भी बनाया था। इसके बाद अश्विनी कुमार पर हाल ही में निकिता शर्मा नाम की एक फ्लाइट अटेंडेंट को जान से मारने का आरोप लगा है। हालांकि कुछ दिन बाद ही अश्विनी ने भी आत्महत्या कर ली।

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खबरों के मुताबिक, जॉनी दादा उर्फ अश्विनी को निकिता पसंद थी। मगर जब उसे पता चला कि महिला की इस साल दिसंबर में शादी होने जा रही है तो उससे रहा नहीं गया और उसने गुस्से में लड़की की जान ले ली। मगर ताज्जुब की बात तो ये है कि जॉनी दादा के लिए कत्ल करना कोई नई बात नहीं थी। जब पुलिस ने जॉनी दादा की कुंडली खंगाली तो उन्हें पता चला कि उसके ऊपर कत्ल के और भी इल्जाम लग चुके हैं।

जॉनी दादा ने टिकटॉक पर बहुत ज्यादा गुस्सा करने वाले शख्स की इमेज बनाई थी। खुद जॉनी दादा ने भी एक हफ्ते पहले सुसाइड कर लिया है। पुलिस ने कुछ वीडियोज भी ढूंढ़ निकाले जिसमें जॉनी दादा, कबीर सिंह के डायलॉग्स बोलते नजर आ रहा है। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर एक बार फिर से ये बहस शुरू हो गई है कि किस तरह ‘कबीर सिंह’ जैसी फिल्में लोगों को ऐसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए उकसा रही हैं। लेकिन जब इस बारे में फिल्म के निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा से बात की गई तो उन्होंने लड़की की घरवालों का सांत्वना दी।


डायरेक्टर संदीप रेड्डी ने दी प्रतिक्रिया

एक एंटरटेनमेंट वेबसाइट से बातचीत में डायरेक्टर संदीप रेड्डी ने कहा, ‘मुझे उस लड़की और उसके घरवालों के लिए बहुत बुरा लग रहा है। यह दुर्भाग्य की बात है कि दो लोगों की जान चली गई। लेकिन फिल्मनिर्माता होने के नाते हम अपने क्राफ्ट के लिए जिम्मेदार हैं। पर साथ ही हमें इसके नतीजों पर सोच-विचार करना भी बहुत जरूरी है। हालांकि मेरी फिल्मों ने कभी भी किसी को जान से मारने का समर्थन नहीं किया है। ‘कबीर सिंह’ या फिर ‘अर्जुन रेड्डी’ किसी ने भी हत्या का समर्थन नहीं किया।’


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