तमिल सिनेमा ने बढ़ाई जानवरों की लोकप्रियता

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 चेन्नई, 16 जून (आईएएनएस)| आने वाले समय में ऐसी कई सारी तमिल फिल्में हैं, जिसमें जानवर मुख्य किरदारों में हैं, ऐसे में यह तमिल फिल्म के दर्शकों के लिए काफी खास रहेगा।

 नेल्सन वेंकटेशन की फिल्म ‘मॉन्स्टर’ को लोगों ने खूब पसंद किया। इस फिल्म में एक चूहे की मुख्य भूमिका है। इंडस्ट्री के विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि जानवरों पर आधारित फिल्में तेजी से बढ़ी हैं।


‘मॉन्स्टर’ में काम करने वाले अभिनेता-फिल्म निर्माता एस.जे. सूर्या का ऐसा मानना है कि जानवरों पर आधारित फिल्में बच्चों को खासतौर पर पसंद आती है और यही उन प्रमुख कारणों में से एक है जिसके चलते उन्होंने इस फिल्म के लिए हांमी भरी।

सूर्या ने आईएएनएस को बताया, “‘मॉन्स्टर’ को मैंने अपने एक्टिंग करियर में एक भिन्न फिल्म के तौर पर देखा और इसके आने का यह एक बेहतर समय था। मुख्यधारा की फिल्मों ने बच्चों को आकर्षित करना बंद कर दिया है और यह चिंता का एक बहुत बड़ा विषय बन गया है। जब मैंने ‘मॉन्स्टर’ की कहानी सुनी, तो मैं जान गया कि यह बच्चों से अपील करेगी और उत्साह के साथ मैं इसमें काम करने के लिए तैयार हो गया।”

इस तरह की एक परियोजना के बारे में सोचने के लिए मैंने नेलसन वेंकटेशन को बहुत सराहा।


‘मॉन्स्टर’ एक कम बजट की फिल्म है, लेकिन इसके बावजूद इसने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की।

अब बात करते हैं जीवा स्टारर ‘गोरिल्ला’ की जिसे एक असली चिम्पैंजी के ऊपर फिल्माया गया है।

एक जानवर के साथ काम करने के अपने अनुभव के बारे में बात करते हुए जीवा ने कहा कि जितनी उन्हें उम्मीद थी, यह उससे भी ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहा।

जीवा ने कहा, “मुझे ऐसा लगता है कि ‘गोरिल्ला’ मेरे करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण प्रोजेक्ट है। एक चिम्पैंजी के साथ शूट करना कोई आसान काम नहीं है और हमें उसके साथ सहज होने में थोड़ा सा वक्त लगा। यह क्राइम फिल्मों की ही एक शैली है जिस पर इस चिम्पैंजी को काम करना था, इसलिए यह और भी ज्यादा चैलेंजिंग रहा क्योंकि हमें योजना के अनुसार शूट करना था।”

लेकिन अचानक से जानवरों पर आधारित फिल्मों में बढ़ोतरी क्यों हुई? व्यापार विशेषज्ञ त्रिनाथ ने कहा कि इन फिल्मों की डब संस्करणों की बहुत मांग थी।

“हिंदी में डब की गई दक्षिण भारतीय फिल्मों की हमेशा मांग रही है। एक्शन और जानवरों पर फिल्माए गए फिल्मों के लिए यह मांग और भी ज्यादा है। जानवरों पर आधारित कुछ फिल्में अपने थिएट्रिकल शेयर की अपेक्षा अपने डबिंग राइट्स बेचकर ज्यादा कमाई कर सकते हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “यह भी इन कारणों में से एक है जिस वजह से निर्माता, निर्देशकों को जानवरों के साथ फिल्में बनाने पर जोर देते हैं।”

इसके साथ त्रिनाथ ने यह भी कहा कि कुत्ते और हाथियों वाले फिल्मों की भी काफी मांग है।

अशोक सेलवन स्टारर ‘जैक’ और योगी बाबू की ‘गोरखा’ आने वाली दो ऐसी फिल्में हैं जिनमें कुत्ते अहम भूमिकाओं में हैं।

‘कुमकी 2’ और ‘राजा भीमा’ ये दो हाथियों पर आधारित फिल्में हैं और जल्दी ही रिलीज होने की तैयारी में है।

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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