चेन्नई | तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली जिले के एक गांव में छोड़ हुए एक बोरवेल में गिरे दो साल के बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए जारी राहत और बचाव का सोमवार को चौथा दिन है।
बच्चा शुक्रवार शाम करीब 5.30 बजे बोरवेल में गिर गया था। वहां से 30 फीट पर वह अटक गया, लेकिन बाद में बच्चा और नीचे चला गया और लगभग 90 फीट पर अटक गया। अधिकारी ने कहा कि बच्चे तक खुदाई (ड्रिलिंग) करके पहुंचने में 12 घंटों का समय लगेगा।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री सी. विजय भास्कर ने कहा, “बोरवेल के पास एक गड्ढ़ा खोदा जा रहा है, चट्टानी इलाके में 40 फीट की गहराई तक खुदाई हो गई है।”
उन्होंने कहा कि विभिन्न संगठनों के साथ विचार-विमर्श के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।
राजस्व प्रशासन व आपदा प्रबंधन और शमन विभाग के प्रमुख सचिव जे. राधा कृष्णन ने संवाददाताओं से कहा, “बचाव के प्रयासों को नहीं छोड़ा जाएगा। चट्टानी इलाका में जल्दी से खुदाई करने में दिक्कतें आती है। खुदाई का काम लगभग 280-500 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है।”
सचिव राधा कृष्णन ने कहा कि लगभग 100 फीट तक खोदने में करीब 12 घंटों का समय लगेगा। उसके बाद बोरवेल में फंसे बच्चे तक पहुंचने के लिए बराबरी में सुरंग बिछाई जाएगी। उन्होंने कहा कि शुरुआत में अनुमान लगाया गया था कि नए गड्ढ़े की ड्रिलिंग 6 से 10 घंटों में पूरा हो जाएगा।
राधाकृष्णन ने कहा कि प्रौद्योगिकियों के विशेषज्ञ जो बच्चे को बचाने के लिए तैनात किए जा सकते हैं, उनका स्वागत है।