हमारे देश की परंपरा अथिति देवो भव: की है। हम मेहमान को भगवान मानते हैं। लेकिन इस दुनिया में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो दूसरों को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह भी नहीं करते, कुछ ऐसा ही हुआ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में। यहां मावूरा के पास गुरुवार शाम लिद्दर नदी में एक नाव पलट गई। बताया जा रहा है कि जिस समय हादसा हुआ, उस समय तेज हवा चल रही थी। नदी में बहुत तेज बहाव था। नाव पर सवार सभी 7 पर्यटक नदी में डूब गए। लेकिन नाव पर सवार गाइड रउफ अहमद डार बिना जान की परवाह किए इन लोगों को बचाने के लिए नदी में कूद गया। उसने तेज बहाव के बावजूद डूब रहे पर्यटकों की जान तो बचा ली लेकिन खुद डूब गया।
सूचना मिलते ही पुलिस और स्थानीय लोग बचाव में जुट गए। मौके पर एसडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। सभी राहत और बचाव कार्य में जुट गए। अंधेरा होने के कारण गाइड को नहीं ढूंढा जा सका। सुबह फिर डार को ढूंढने का काम शुरू हुआ। बाद में उसकी लाश भवानी ब्रिज के पास लिद्दर नदी में मिली। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया, ‘‘डार ने कश्मीरी आतिथ्य सत्कार की सच्ची भावना में दो विदेशियों सहित पांच पर्यटकों को सफलतापूर्वक बचाया।’’
आपको बता दें कि रउफ अहमद ने अपनी जान गंवाकर 7 पर्यटकों की जान बचा ली, जिसमें दो विदेशी शामिल हैं। अनंतनाग के डिप्टी कमिश्नर खालिद जहांगीर ने उसके साहसी कार्य के लिए सम्मानित करने का फैसला लिया है। उन्होंने रउफ अहमद के नाम की सिफारिश बहादुरी पुरस्कार के लिए कर दी है।