लोकतंत्र में नेताओं से यह उम्मीद की जाती है कि वो जनता की सेवा के साथ-साथ अपनी मर्यादित भाषा और आचरण से समाज के लिए एक आदर्श उदाहरण बनें। मगर पूर्वोत्तर के राज्य त्रिपुरा के एक मंत्री ने एक ऐसी शर्मनाक हरकत की है जिसकी चहुंओर निंदा हो रही है। दरअसल, त्रिपुरा सरकार में मंत्री मनोज कांति देब मंत्रिमंडल की अपनी साथी सामाजिक कल्याण मंत्री सांतना चकमा की कमर को गलत तरीके से छूते नजर आए। हैरान करने वाली बात यह है कि उन्होंने यह हरकत तब की जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बिप्लब देव भी उस मंच पर मौजूद थे।
घटना बीते शनिवार (9 फरवरी) की है। जब पीएम मोदी त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में रैली के लिए गए थे। पीएम मोदी जिस समय मंच पर कुछ परियोजनाओं का शुभारंभ कर रहे थे। उसी दौरान मंच पर मौजूद त्रिपुरा के मंत्री मनोज कांति देब ने अपनी सहयोगी सामाजिक कल्याण और शिक्षा मंत्री संतना चकमा की कमर पर हाथ रखा। वीडियो में महिला मंत्री मनोज कांति देब का हाथ हटाती दिख रही हैं। यह घटना कैमरे में कैद हो गई और इसका वीडियो वायरल हो गया है। हालांकि न्यूज्ड अपने स्तर पर इस वीडियो की सत्यता और प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं करता है।
Modi ji2,9,2019 ku tripura pucha oha
Ek udgatan pe tripura ki #bjpneta ki halat dekiye #santanachakma minister social welfare bar bar inki kamar par hat dalte #manojkantideb minister of youth affairs ek minister honeki bad khud suraksit nahi@abhisar_sharma @dhruv_rathee pic.twitter.com/oc0x2F8Aj8— Zakaria Ahmed (@zakariaahmed332) February 10, 2019
विपक्षी वाम दलों ने इस घटना पर कड़ी आपत्ति जताई है। CPI (M) कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राजधानी अगरतला की सड़कों पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन किया। त्रिपुरा के विपक्षी लेफ्ट फ्रंट ने सोमवार को मांग की कि उक्त मंत्री मनोज कांति देव को जल्द से जल्द बर्खास्त कर देना चाहिए। वाम मोर्चे के संयोजक बिजन धर ने संवाददाताओं से कहा, “जिस मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री विप्लब कुमार देव और अन्य लोग जनसभा संबोधित कर रहे थे उस मंच पर एक महिला मंत्री को गलत तरीके से छूने के लिए मोनोज कांती देव को बर्खास्त कर गिरफ्तार कर लेना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि विभिन्न सोशल मीडिया साइट्स पर यह सार्वजनिक रूप से देखा गया कि देव ने समाज कल्याण और सामाजिक शिक्षा मंत्री संतना चकमा की कमर पर हाथ रखा था। चकमा एक युवा आदिवासी नेता हैं।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के केंद्रीय समिति के सदस्य धर ने दावा किया कि 11 महीने पहले त्रिपुरा में भाजपा के सत्ता में आने के बाद जहां कई युवा और अधेड़ महिलाओं के साथ दुष्कर्म हो रहा है, उनकी हत्या हो रही है, वहीं सार्वजनिक मंच पर हुआ यह मामला बेहद निंदनीय और दंडनीय है। कुछ आदिवासी दल भी मंत्री के इस्तीफे और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर जल्द ही आंदोलन करने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने वाम मोर्चे पर चरित्र हनन का आरोप लगाते हुए उनकी मांग को ठुकरा दिया है।
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