ट्रंप के ‘इस्लामिक आतंकवाद’ कहने पर पाकिस्तान के हिंदू सांसद को आपत्ति

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कराची, 25 सितम्बर (आईएएनएस)| पाकिस्तान हिंदू कौंसिल के संरक्षक व पाकिस्तानी संसद के वरिष्ठ सदस्य डॉ. रमेश कुमार वांक्वानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘इस्लामिक आतंकवाद’ संबंधी बयान पर गहरी निराशा और नाखुशी जताई है। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप को लिखे एक पत्र में डॉ. रमेश कुमार ने कहा कि ट्रंप का यह बयान हर उस इनसान को चिंता में डालने वाला है जो धार्मिक सद्भाव, मानवता की सेवा और सभी धर्मो के सम्मान में विश्वास करता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता और इस बुराई को धर्म से जोड़ना निहायत अफसोसनाक है।

डॉ. रमेश ने ट्रंप को संबोधित कर लिखा, “मैं उन रिपोर्ट से पूरी तरह स्तब्ध रह गया जिनमें कहा गया है कि आपने आतंकवाद को इस्लाम से जोड़ा है। इस पत्र को लिखने का मेरा उद्देश्य इस मामले में अपना विरोध दर्ज कराना है। इस तरह का बयान हर धर्म के मानने वाले अरबों लोगों की भावनाओं को आहत करने वाला है।”


उन्होंने लिखा, “यह याद रखना चाहिए कि चाहे इस्लाम हो या ईसाई, हिंदू या यहूदी धर्म, कोई भी धर्म बेगुनाह लोगों की हत्या की इजाजत नहीं देता और ऐसा करने वालों को कड़े दंड की बात करता है।”

उन्होंने ट्रंप को याद दिलाया कि अमेरिका पर 9/11 के आतंकी हमले के बाद तमाम इस्लामी देशों ने आतंकवाद के खिलाफ जंग में अमेरिका की मदद के लिए हाथ बढ़ाया था।

पाकिस्तान हिंदू कौंसिल के प्रमुख ने ट्रंप को संबोधित कर कहा, “एकमात्र महाशक्ति के प्रमुख होने की हैसियत से आपके कंधों पर विश्व शांति के लिए संघर्षो को निपटारे की बड़ी जिम्मेदारी है। ऐसे में आपसे अनुरोध है कि आप अपने शब्दों को वापस लें और वैश्विक संघर्षो के खात्मे में अपनी तटस्थ भूमिका निभाएं। ऐसा नहीं होने पर मुझे डर है कि आपका बयान चरमपंथी तत्वों को धर्म का नाम लेकर निर्दोष लोगों के खिलाफ हिंसा करने के काम आएगा।”


 

(इस खबर को न्यूज्ड टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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