उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) में बुधवार देर रात सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक पंकज गुप्ता (BJP MLA Pankaj Gupta) पुलिस स्टेशन के बाहर धरने पर बैठ गए। उनका आरोप था कि पुलिस BJP कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी कर रही है। उन्नाव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने के आरोप में पुलिस द्वारा निर्दोष लोगों की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाते हुए भाजपा विधायक पूरी रात उन्नाव सदर कोतवाली में धरने पर बैठे रहे। जिला पुलिस के आला अधिकारियों को गुरुवार सुबह इस बात की जानकारी मिली तो वह तुरंत मौके पर पहुंचे और किसी तरह धरना खत्म करवाया।
जानकारी के मुताबिक, बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे कोतवाली पहुंचे सदर विधायक पंकज गुप्ता ने पुलिस पर बर्बरता का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस निर्दोष लोगों पर अत्याचार कर रही है। पुलिस की मनमानी बढ़ गई है। पुलिस बिना जांच पड़ताल के किसी को भी थाने लाकर जेल में ठूंस देती है। मामला बढ़ता देख एसपी उन्नाव व सीओ सिटी ने उन्हें शांत करने का प्रयास किया लेकिन वह दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़ गए और कोतवाली के दरवाजे पर ही धरने पर बैठ गए।
विधायक के धरने पर बैठने की जानकारी मिलते ही सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और विधायक समर्थक भी कोतवाली में एकत्र हो गए। कई घंटे चले हंगामे के बाद गुरुवार सुबह करीब 6 बजे एसपी रोहित पी कन्या कोतवाली पहुंचे। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद विधायक व समर्थक वहां से हटे।
उन्नाव में बीजेपी विधायक पंकज गुप्ता पुलिस पर जनता का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए अपने समर्थकों के साथ थाने के बाहर धरने पर बैठ गए
विधायकों की लगातार बढ़ रही नाराज़गी सरकार के लिए चिंता का विषय है pic.twitter.com/nHlwptaNpk— NEELANSHU SHUKLA (@neelanshu512) July 30, 2020
विधायक पंकज गुप्ता ने बताया कि वर्षो पहले महिला थाना भवन के लिए भूमि आवंटित हुई थी। आसपास रहने वाले लोग इससे अनजान थे। जमीन के एक कोने में छोटा से चबूतरा बना दिया था, कुछ लोगों ने वहां पर नई व पुरानी मूर्तियां रख दीं थीं। बुधवार को सदर कोतवाली पुलिस ने आसपास के कई लोगों को बयान दर्ज करने के बहाने बुलाया और 4 नामजद व 30 अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज कर दी। विधायक का आरोप है कि पुलिस ने उम्रदराज लोगों को बहुत बेरहमी से पीटा है। रात को कोतवाली पहुंचने पर इसकी जानकारी हुई तो खुद को रोक नहीं पाए।
वहीं, डीएम रविंद्र कुमार ने बताया कि मंदिर बनाने पर विवाद था, जिसमें कुछ लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। मामले में विधायक का कहना है कि इन लोगों के साथ मारपीट हुई है और मेडिकल कराने की मांग की गई है। उन्होंने कहा कि इस प्रार्थना पत्र पर जो भी कार्रवाई होगी, वो की जाएगी।