उत्तर प्रदेश में बोर्ड के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं, जिसमें फिर एक बार कई स्कूलों का रिजल्ट शून्य रहा। रिपोर्ट्स के अनुसार यूपी बोर्ड के 165 स्कूलों का परिणाम शून्य है।
इस बार के बोर्ड के रिजल्ट में यूपी के 165 स्कूलों के परिणाम ने चौंका दिया। इन स्कूलों में से 96 स्कूलों के 10वीं के सभी छात्र फेल हैं, जबकि 69 स्कूलों में 12वीं कक्षा का एक भी छात्र पास नहीं हो पाया है।
बता दें कि वर्ष 2018 में यूपी में बॉर्ड की परीक्षा में 150 स्कूलों का परिणाम शून्य रहा था, वहीँ यह संख्या वर्ष 2017 में 183 थी।
यूपी बोर्ड के ये परिणाम सरकारी और सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों की दशा को ज़ाहिर करते हैं और इन स्कूलों की पढ़ाई व्यवस्था पर बड़ा सवाल उठाते हैं। इन 165 स्कूलों में से कई राजकीय और एडेड स्कूल हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार इनमें से कई स्कूलों में बच्चों की संख्या 10 से भी अधिक नहीं है, जिससे पता चलता है कि स्कूल की दशा के कारण लोग अपने बच्चों को इन स्कॉलों में भेजना नहीं चाहते।
बता दें कि उत्तर प्रदेश में इस बार बोर्ड के नतीजों में 10वीं में राजकीय व एडेड स्कूलों के छात्र-छात्राओं का पास प्रतिशत क्रमश: 78.16 व 76.20 रहा, वहीँ प्राइवेट स्कूलों का पास प्रतिशत 82.05 रहा। 12वीं में राजकीय में 78.45 व एडेड में 71.72 फीसदी छात्र पास हुए और प्राइवेट स्कूलों के 68.77 प्रतिशत छात्र-छात्राएं सफल हुए। इस बार 249 स्कूलों में परिणाम 20 प्रतिशत से कम रहा।
बोर्ड मुख्यालय वाले जिले, प्रयागराज में भी रिजल्ट काफी निराशाजनक रहा। 10वीं के सात स्कूलों में एक भी छात्र पास नहीं हुआ। इनमें एचएलपी हायर सेकेंडरी स्कूल मवैया, एसएस निकेतन हायर सेकेंडरी नैनी, लिटिल हार्ट्स हायर सेकेंडरी नैनी, न्यू ब्राइट गर्ल्स इंटर कॉलेज करेली, जीपीवाईएस हाईस्कूल, आरजीएस कॉलेज हेतापट्टी झूंसी, जेडी मेमोरियर पब्लिक स्कूल नासिरपुर अंदावा झूंसी, का परिणाम शून्य रहा। वहीँ प्रयागराज में 12वीं के तीन स्कूलों का परिणाम शून्य रहा। इन स्कूलों में बीआर सिंह बालिका इंटर कॉलेज नैनी, शारदा इंटर कॉलेज नौडिहा तरहार, बीएनडी मेमोरियल गर्ल्स इंटर कॉलेज उग्रसेनपुर का रिजल्ट शून्य रहा।