UP: पूरी तैयारी से ‘गिरफ्तारी’ देने आया युवक, पुलिस ने जेल भेजने से किया इंकार

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UP: पूरी तैयारी से 'गिरफ्तारी' देने आया युवक, पुलिस ने जेल भेजने से किया इंकार

पुलिस और अपराधियों के बीच हमेशा चुहे और बिल्ली का खेल चलता रहता है। अपराधी पुलिस से बचने की जुगत में रहता है वहीं पुलिस किसी भी हालत में अपराधी को पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे डालकर चैन की सांस लेना चाहती है। मगर उत्तर प्रदेश पुलिस के सामने एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक सख्स को जेल भेजने से पुलिस ने इंकार कर दिया है। दरअसल गाजियाबाद के एक शख्स ने जेल भेजे जाने के लिए पुलिस से गुहार लगाई है।

जेल जाने को तैयारी से आया था युवक

मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का है। युवक का कहना है कि वह नशे के बिना नहीं रह सकता। उसने पुलिस ने कहा, “मुझे बचपन में ही नशे की लत लग गई थी। मैं घर पर रहकर नशा नहीं छोड़ पा रहा हूं, ऐसे में मैं चाहता हूं कि मुझे जेल में डाल दिया जाए, ताकि वहां रहने से नशे की लत से छुटकारा मिल जाए।” यहां तक की युवक अपने साथ दो जोड़ी कपड़े, साबुन, शैंपू, टूथब्रश, पेस्ट आदि सामान साथ लाया था। युवक की बात सुनकर जीआरपी थाना प्रभारी चकित रह गए। युवक तकरीबन दो घंटे तक जेल जाने की जिद पर अड़ा रहा। हालांकि, बिना किसी जुर्म के पुलिस किसी को भी जेल नहीं भेज सकती है।


वह थाने की हवालात खुलवाने लगा। जब सिपाही ने पूछा कि तुमने क्या अपराध किया है? इस पर अनीस ने जवाब दिया कि वह नशा छोड़ने के लिए कुछ दिन के लिए जेल में बंद रहना चाहता है। उसने बताया कि वह 12 साल से नशा कर रहा है। इस पर सिपाही ने उसे भगा दिया, लेकिन वह दोबारा से आकर जेल जाने की जिद करने लगा। सिपाही युवक को एसआई घनश्याम सिंह के पास लेकर पहुंचा।

मां से इजाजत मांगकर जेल जाने आया

दैनिक जागरण के मुताबिक, अनीस अलवी का कहना है कि वह नशे का आदी होने के कारण ठीक से अपनी मां की देखभाल नहीं कर पा रहा है। नशे की वजह से उसकी मां को मजदूरी करनी पड़ती है। उसने अपनी मां से नशा छूटने तक जेल में रहने की इजाजत मांगी। पहले तो मां ने जेल भेजने से इनकार कर दिया मगर, जब युवक ने कहा कि नशा छूटने पर सभी परेशानियां खत्म हो जाएंगी। इस पर मां ने उसे जेल जाने की इजाजत दे दी। वहीं, थाना प्रभारी जीआरपी का कहना है कि अपराध किए बिना किसी को जेल नहीं भेजा जा सकता है। युवक की मंशा को समझते हुए जीआरपी ने उसे नक्शा मुक्ति केंद्र भेज दिया।


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