उत्तर प्रदेश के आगरा में एक अजीब मामला सामने आया है। आगरा के शाहगंज क्षेत्र का नरेश जूता कारखाने में काम करता है। कारखाना बंद होने के बाद वह मजदूरी करने लगा था। काम की तलाश में लगे नरेश को एक व्यक्ति झांसा देकर स्वास्थ्य केंद्र तक ले गया। जहां धोखे से उसकी नसबंदी करा दी। नरेश की पत्नी सीमा ने सोमवार को एसएसपी ऑफिस में शिकायत की।
आगरा से सटे गांव बिचपुरी (Bichpuri) के स्वास्थ्य केंद्र में एक मजदूर की धोखे से नसबंदी (Sterilization Operation) करने का मामला सामने आया है। युवक की पत्नी ने पुलिस में शिकायत देते हुए कहा कि उसके पति की नसबंदी कर दी गई है। उन्होंने कहा कि गलत तरीके से ऑपरेशन करने के कारण उनके पति की हालत बिगड़ गई है। महिला ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
हॉस्पिटल में काम दिलाने का किया था वादा
दो सितंबर को नरेश मजदूरी की तलाश में अर्जुन नगर तिराहे पर खड़े थे। तभी उदयवीर नाम का व्यक्ति वहां पहुंचा। उसने कहा कि बिचपुरी स्वास्थ्य केंद्र पर उसका काम चल रहा है। एक माह तक काम चलेगा। रोज काम के लिए नहीं भटकना पड़ेगा और भुगतान बैंक खाते में होगा। वह इसी झांसे में देकर नरेश को साकेत कॉलोनी स्थित बैंक में ले गया। वहां आधार कार्ड ले लिया। इसके बाद खाता भी नहीं खुला। यहां से वह बिचपुरी स्वास्थ्य केंद्र ले गया। आरोप है कि वहां ले जाकर उसने नरेश को बेहोश कर दिया। होश में आने पर उन्हें पता चला कि उनकी नसबंदी हो चुकी है।
नशीला पदार्थ खिलाकर किया बेहोश
आरोप है कि उदयवीर ने वहां नरेश को नशीला पदार्थ खिलाकर उसे बेहोश कर दिया। बाद में जब नरेश को होश आया तो वह एक बेड पर था और उसकी नसबंदी की जा चुकी थी। बताया जा रहा है कि ठेकेदार नसबंदी कराकर नरेश को साकेत कॉलोनी के चौराहे पर छोड़ गया था। परिजन उसे ढूंढ़ते हुए जब साकेत कॉलोनी चौराहे के पास पहुंचे तो उन्होंने वहां नरेश को बेहोशी की हालत में पाया और घर ले आए। बताया जा रहा है कि इलाके में एक गैंग सक्रिय है जो काम दिलाने का लालच देकर लोगों की नसबंदी करा दे रहा है।
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