अपराधियों को पकड़ने गई उत्तर प्रदेश पुलिस खुद लोगों की गिरफ्त में आ गई। पुलिसकर्मियों को गांववालों ने बंधक बनाकर जमकर पीटा। मामला वाराणसी के जंसा थाना क्षेत्र के हरसोस गांव का है। जंसा के हरसोस गांव में लूट के एक मामले में बदमाश को देर रात पहुंची पुलिस टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। एसटीएफ की गाड़ी के पीछे बाइक से कवर कर रहे दारोगा व सिपाही को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। दारोगा की पिस्टल छीनने के बाद ग्रामीणों ने दोनों की खूब पिटाई की।
कई थानों की पुलिस ने पहुंच कर छुड़ाया
पुलिस कर्मियों को बंधक बनाकर पीटे जाने की सूचना मिलते ही आसपास के थानों की फोर्स पहुंची तो ग्रामीणों ने पथराव करके खदेड़ दिया। पथराव में कई सिपाही घायल हो गए। पुलिस पर हमले की सूचना जिले में प्रसारित होते ही सभी थानों की फोर्स, पीएसी की गाड़ियां दौड़ पड़ी। एसएसपी भी मौके पर पहुंचे। घायल पुलिस वालों को अस्पताल भेजने के बाद पुलिस ने पिस्टल बरामद करने व दारोगा, सिपाहियों के साथ मारपीट करने वालों की तलाशी शुरू हुई। पुलिस ने गांव में घेरेबंदी करके लोगों की पिटाई की।
STF की लापरवाही से हुआ बवाल
घटना के पीछे हरसोस गांव में जौनपुर के एसटीएफ की लापरवाही सामने आई है। सही प्लानिंग के अभाव के चलते पुलिस और ग्रामीणों में भिड़न्त हो गयी। जौनपुर में लूट के बाद गोली मारने के मामले में एसटीएफ हरसोस गांव निवासी राजन राजभर तथा राहुल राजभर को पकड़कर जौनपुर ले जाना चाहती थी। गांव में टीम सादे वेश में बिना नम्बर की गाड़ी से पहुंची थी। राजन को उठाने के बाद राहुल को गाड़ी में खींचने की कोशिश कि तो वह शोर मचाने लगा। एसटीएफ की टीम को बदमाश समझकर गांव वालों ने पत्थरबाजी कर दी। एसटीएफ वाले आगे बढ़ गए लेकिन उनकी गाड़ी को कवर कर रहे बाइक सवार वर्दीधारी दारोगा, सिपाही को ग्रामीणों ने रोक लिया और बंधक बनाने के बाद जमकर पिटाई की।