यूएस ओपन: सेरेना को हराकर ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली कनाडाई खिलाड़ी बनीं बियांका

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यूएस ओपन: सेरेना को हराकर ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली कनाडाई खिलाड़ी बनीं बियांका

न्यूयार्क। कनाडा की 19 साल की टेनिस खिलाड़ी बियांका एंड्रेस्कू ने शनिवार अमेरिका की दिग्गज सेरेना विलियम्स को हराकर साल के चौथे ग्रैंड स्लैम-यूएस ओपन का महिला एकल खिताब जीत लिया। 19 साल की बियांका ने बिग हिटिंग, बिग सर्विंग शैली का आक्रामक खेल दिखाते हुए सेरेना को सीधे सेट में 6-3, 7-5 से हराकर न सिर्फ अपना पहला ग्रैंड स्लैम जीता बल्कि सेरेना को अपना रिकॉर्ड 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने से रोक दिया। बियांका ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली कनाडाई खिलाड़ी बन गई हैं।

सेरेना को लगातार दूसरे साल फ्लशिंग मिडोस (अमेरिका ओपन) के फाइनल में हार मिली है। बीते साल जापान की नाओमी ओसाका ने हराया था। बीते साल अमेरिकी ओपन फाइनल में ही 37 साल की सेरेना की चेयर अम्पायर के साथ नोक-झोंक हुई थी। वह विवाद काफी गहरा गया था।


यूएस ओपन: सेरेना को हराकर ग्रैंड स्लैम जीतने वाली पहली कनाडाई खिलाड़ी बनीं बियांका

सेरेना को सबसे अधिक 24 ग्रैंड स्लैम जीतने के मारगरेट कोर्ट के रिकॉर्ड की बराबरी करने के लिए जनवरी में होने वाले साल के पहले ग्रैंड स्लैम आस्ट्रेलियन ओपन तक का इंतजार करना होगा। दो साल पहले बेटी को जन्म देने बाद से सेरेना को सात मेजर टूनार्मेंट फाइनल्स में से चार में हार मिली है। सेरेना ने कुल 33 बार ग्रैंड स्लैम फाइनल खेले हैं।

दूसरी ओर, बियांका ओपन एरा में अमेरिकी ओपन के मेन ड्रा टूनार्मेंट डेब्यू के बाद खिताब जीतने वाली पहली महिला बन गई हैं। 1968 में इस टूनार्मेंट की शुरुआत हुई थी। बियांका ने अब तक अपने करियर में सिर्फ चार मेजर टूनार्मेंट में हिस्सा लिया है।


दर्शकों से  मांगी माफी

19 साल की बियांका 2006 में अमेरिकी ओपन खिताब जीतने वाली रूस की मारिया शारापोवा के बाद ग्रैंड स्लैम जीतने वाली सबसे युवा खिलाड़ी बन गई हैं। मैच के बाद बियांका ने स्थानीय खिलाड़ी सेरेना को हराने के लिए दर्शकों से माफी मांगी। बियांका ने मैच के बाद कहा, “मैं जानती हूं कि आप लोग सेरेना को उनका सातवां अमेरिकी ओपन खिताब जीतते हुए देखने आए थे। इसलिए मैं आपसे माफी मांगती हूं।” बगल में खड़ी सेरेना इस बात पर मुस्कुरा उठीं क्योंकि वह जानती थीं कि बियांका ने इतिहास रच दिया है।

बियांका ने कहा, “मैंने सेरेना जैसी दिग्गज को रोकने की भरपूर कोशिश की और इस प्रयास में सफल रही। मैं इतिहास बनाना चाहती थी। मेरा सेरेना को इतिहास बनाने से रोकने का कोई इरादा नहीं था। मैं अपने सपने को जीना चाहती थी क्योंकि मैने हमेशा सेरेना के खिलाफ फाइनल खेलने का सपना देखा था। मैं हर दिन इस सपने को जीती थी और मेरा मानना है कि लगातार अपने सपने को पीछे भागने के कारण ही मैं इसे सच कर सकी।”

अपने खेल के स्तर से निराश सेरेना

वहीं, विलियम्स ने फाइनल में अपने खेल के स्तर को लेकर नाखुशी जाहिर की है। मैच के बाद सेरेना ने कहा, “मुझे बियांका से प्यार है। वह अच्छी लड़की है लेकिन यह मेरे लिए सबसे घटिया मैच रहा। मैंने बहुत खराब खेल दिखाया। पूरे टूनार्मेंट में अच्छा खेलने के बाद फाइनल में इस तरह के खेल की मुझे खुद से कभी उम्मीद नहीं थी।”

सेरेना ने कहा, “मुझे लगता है कि मैं इससे बेहतर खेल सकती थी। मुझे और प्रयास करना चाहिए था। ईमानदारी से कहूं तो यह काफी निराशाजनक है। मैं काफी करीब थी और अब काफी दूर हूं। मैं समझ नहीं पा रही हूं कि क्या कहना है लेकिन इतना जरूर है कि एक पेशेवर होने के नाते मुझे चलते रहना होगा। मुझे अपनी लड़ाई जारी रखनी होगी।” सेरेना को लगातार दूसरे साल अमेरिकी ओपन फाइनल में हार मिली है। बीते साल जापान की नाओमी ओसाका ने उन्हें हराया था।


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