राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में आपूर्ति विभाग कार्यलय (Supply department office) का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। मामला राशन कार्ड से जुड़ा हुआ है। दरअसल विभाग ने एक महिला के नाम पर राशन कार्ड जारी किया था। राशन कार्ड में महिला के परिवार के 9 सदस्यों का जिक्र था। मगर सबसे चौंंकाने वाली बात यह है कि परिवार के अधिकांश सदस्यों की जाति अलग-अलग दिखाई गई है और महिला के सभी 8 सदस्यों को बेटी-बेटा तथा एक युवक देवर को तौर पर दर्ज है।
लापरवाही के बाद विभाग में हड़कंप
मामला उजागर होने पर विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। खास बात यह है कि परिवार के सभी सदस्यों के पिता के नाम भी अलग अलग हैं। वहीं, अधिकारी मामले को दबाने में जुटे हैं। मोदीनगर की दुकान संख्या 10090741 पर लक्ष्मी नाम की महिला का पिछले दिनों राशन कार्ड जारी कर दिया गया था।
अधिकारियों-डीलर्स में सांठगांठ का आरोप
वहीं, लोगों का आरोप है कि आपूर्ति विभाग के अधिकारियों ने राशन डीलर के साथ मिलीभगत करके फर्जी राशन कार्ड जारी करा लिए हैं। तहसीलदार उमाकांत तिवारी का कहना है कि मामले की जांच आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को सौंपी गई है। इस बारे में आपूर्ति अधिकारी एसपी मौर्य से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह बड़ी त्रुटि है। कहां और किस स्तर पर हुई इसकी जांच की जा रही है।
राशन कार्ड में दिया गया विवरण
1- लक्ष्मी, पिता- रूपचंद रूरकीवाल (धारक)
2- विरेंद्र कुमार, पिता- राजय लाल गोयल (बेटा)
3- राजकुमार, पिता- रामसिंह (देवर)
4- आजाद, पिता- मुस्तकीम (बेटा)
5- आकाश तोमर, पिता- मंगल सैन तोमर (बेटा)
6- मेनका शर्मा, पिता- मंगलसेन तोमर (बेटा)
7- आरती शर्मा, पिता- पवन शर्मा (बेटी)
8- शारदा, पिता- राजकुमार (बेटी)
9- आयुष त्यागी, पिता- प्रशांत कुमार त्यागी (बेटा)
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