भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन चुके विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी ने आखिरकार बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन्नाव रेप कांड का आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को पार्टी ने बाहर निकाल दिया है इससे पहले विधायक पार्टी से निलंबित चल रहा था। इस मामले पर भाजपा को विपक्ष का हमला झेलना पड़ रहा है।
इस मामले में ताजा मोड़ तब आया जब रविवार को बलात्कार पीड़िता की कार में ट्रक ने टक्कर मार दी थी। कार सवार दो महिलाओं की इस दुर्घटना में मौत हो गई थी जबकि बलात्कार पीड़िता और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सीबीआई ने उन्नाव बलात्कार पीड़िता के सड़क दुर्घटना मामले में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और नौ अन्य के खिलाफ हत्या के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि विपक्षी दलों का यह आरोप था कि इस पूरे मामले में विधायक सेंगर को भाजपा का समर्थन मिल रहा है। इसके बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा था कि सेंगर दो साल से पार्टी से निलंबित हैं और रहेंगे। इसके बाद कुछ ऐसी तस्वीरें भी सोशल मीडिया सामने आ रही थी, जिसमें सेंगर की पत्नी सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ दिख रही थी। इसे लेकर भी विपक्षी दलों ने भाजपा से सवाल पूछा था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने भी बोला था हमला
इस मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला था। प्रियंका ने ट्वीट कर पूछा था, ‘हम क्यों कुलदीप सेंगर जैसे लोगों के हाथ में सत्ता की ताकत और संरक्षण देते हैं और क्यों पीड़ितों को अकेले लड़ने के लिए छोड़ देते हैं?’ प्रियंका ने यह भी मांग की कि अभी भी देर नहीं हुई है। भगवान की खातिर पीएम नरेंद्र मोदी को इस अपराधी और उसके भाई को सत्ता से बाहर कर देना चाहिए।
What is the BJP waiting for? Why has this man not been expelled from their party even when his name is in the latest FIR in the Unnao Rape Case?#BJPSackSengar pic.twitter.com/cTpQ0HbFNT
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 29, 2019
बसपा, सपा के बाद भाजपा का दामन थामा
कुलदीप पहली बार 2002 में बसपा के टिकट पर उन्नाव सदर सीट से विधायक चुना गया था। इसके बाद 2007 में इसी जिले की बांगरमऊ और 2012 में भगवंतनगर सीट से सपा का विधायक रहा। 2017 में विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कुलदीप ने भाजपा का दामन थाम लिया। बीते 17 सालों से विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का इलाके में खास दबदबा है। यही वजह रही कि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खुद साक्षी महाराज जेल में उससे मिलने पहुंचे थे।
कुलदीप सिंह की विधायकी समाप्त कर मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाए : स्वाति