सपा के साथ गठबंधन को लेकर बसपा की अध्यक्ष मायावती ने अपना रुख साफ कर दिया है। ट्विटर पर मायावती ने लिखा कि पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।
मायावती ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, ‘वैसे भी जगजाहिर है कि सपा से सभी पुराने गिले-शिकवों को भुलाने के साथ-साथ सन 2012-17 में सपा सरकार के बीएसपी और दलित विरोधी फैसलों, प्रमोशन में आरक्षण विरुद्ध कार्यों और बिगड़ी कानून-व्यवस्था आदि को दरकिनार करके देश व जनहित में सपा के साथ गठबंधन धर्म को पूरी तरह से निभाया। परन्तु लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। इसलिए पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।’
परन्तु लोकसभा आमचुनाव के बाद सपा का व्यवहार बीएसपी को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या ऐसा करके बीजेपी को आगे हरा पाना संभव होगा? जो संभव नहीं है। अतः पार्टी व मूवमेन्ट के हित में अब बीएसपी आगे होने वाले सभी छोटे-बड़े चुनाव अकेले अपने बूते पर ही लड़ेगी।
— Mayawati (@Mayawati) June 24, 2019
गौरतलब है कि 12 जनवरी, 2019 को सपा-बसपा ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में महागठबंधन किया था। इसके तहत बसपा ने 40 सीटों पर चुनाव लड़ा था जबकि सपा ने 38 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। चुनाव नतीजों में बसपा को 10 सीटें हासिल हुई थीं जबकि सपा महज 5 सीटें ही जीत पाने में कामयाब रही।