लखनऊः CM योगी के जाते ही वापस ले लिए गए थे कंबल, किरकिरी के बाद एफआईआर दर्ज

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लखनऊः CM योगी के जाते ही वापस ले लिए गए थे कंबल, किरकिरी के बाद एफआईआर दर्ज

उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। पिछले दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में रैन बसेरा और अस्पतालों का दौरा किया था। इस औचक निरीक्षण के दौरान सीएम योगी ने अस्पतालों में मौजूद गरीब लोगों को कंबल बांटे थे। लेकिन सीएम योगी के निकलने के तुरंत बाद ही बांटे गए कंबल को वापस ले लिया गया। यह खबर एक अखबार में छप गई तो प्रशासन ने अब इस मामले पर संज्ञान लिया है। यहां उन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है, जिन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से लोगों को बांटे गए कंबल बाद में वापस ले लिए।

मीडिया खबरों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को ट्रामा सेंटर परिसर में रैन बसेरा का निरीक्षण किया था। सीएम के सामने कुछ तीमारदारों को कंबल मुहैया कराया गया था। लेकिन मुख्यमंत्री के जाते ही उनसे कंबल वापस ले लिए गए। अब प्रशासन ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कही है।


बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के लक्ष्मण मेला ग्राउंड, डालीगंज और किग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के तीन आश्रय गृहों का आकस्मिक दौरा किया था। आदित्यनाथ ने गुरुवार की रात को दौरा करने के दौरान वहां रह रहे लोगों को प्रदान की जा रही बुनियादी सुविधाओं का जायजा लिया और बातचीत के दौरान उनकी शिकायतें सुनी। उन्होंने सीएम से कहा कि ठंड में तबीयत बिगड़ रही है। सीएम ने अलाव जलाने व अन्य जरूरी इंतजाम करने का निर्देश दिया।

आवश्यक निर्देश देकर मुख्यमंत्री यहां से रवाना हुए। सीएम के कंबल बांटने के निर्देश देते ही आनन-फानन में निजी संस्था की दो गाड़ियां बाहर आईं। तीमारदार कंबल मिलने की आस में जुटे, लेकिन सीएम के जाते ही गाड़ियां बिना कंबल बांटे ही लौट गईं। योगी आदित्यनाथ के साथ जल शक्ति मंत्री महेंद्र नाथ सिंह, शहरी विकास मंत्री आशुतोष टंडन, जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रकाश, एसएसपी कलानिधि नैथानी और नगर आयुक्त इंद्र मणि त्रिपाठी मौजूद थे।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रैन बसेरों का निरीक्षण शुरू करने के बाद राजस्व विभाग ने 42 जिलों के लिए 9.65 करोड़ रुपये और जारी किए हैं। इसके पहले 27.35 करोड़ रुपये जिलों को उपलब्ध कराए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने इस रकम का उपयोग निराश्रित, असहाय व कमजोर वर्ग के असुरक्षित व्यक्तियों को राहत पहुंचाने के लिए करने को कहा है। उन्होंने अफसरों को आगाह किया है कि कहीं से भी कंबल, अलाव, आवश्यक दवाओं व शेल्टर होम के अभाव में किसी व्यक्ति की मृत्यु या बीमार की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए।



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