उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां पर भाइयों ने दिल्ली में काम कर रही अपनी बहन को फोनकर घर पर बुलाया और इसके बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। पिता की सहमति के बाद आरोपियों ने बहन की लाश को जमीन में गाड़ दिया। लड़की उच्च जाति से आती थी उसका कसूर यह था कि उसने एक दलित युवक के साथ भागकर शादी कर ली थी।
मैनपुरी के किशनी की निवासी युवती ने प्रतापगढ़ के 25 साल के युवक के साथ बीते आठ साल की रिलेशनशिप में थी। इसके बाद इसी साल 12 जून को दोनों ने शादी रचा ली थी। दोनों दिल्ली के त्रिलोकपुरी इलाके में रह रहे थे। पुलिस ने शव को निकाल लिया है और इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज कर एक आरोपी की गिरफ्तार किया है जबकि दो फरार हैं।
युवती के पति का कहना है कि, ‘हमने प्रतापगढ़ में अपने गांव पर शादी की और दो महीने के बाद दिल्ली लौट गए। रोशनी के भाइयों ने फोन पर बात शुरू कर दी और उसे साथ चलने के लिए मना लिया। 17 नवंबर को वे अपने साथ ले गए। 20 नवंबर को रोशनी ने अपने साथ मारपीट की बात करते हुए बताया कि उसे वापस नहीं आने दिया जा रहा है। उसके बाद फोन स्विच ऑफ हो गया।’
युवक के अनुसार उसने दिल्ली के मयूर विहार थाने में 22 नवंबर को एफआईआर लिखवाई। एफआईआर लिखवाने के दो दिन बाद वह अपनी मां और चाचा के साथ अपनी पत्नी की तलाश में मैनपुरी चला गया। जब युवक वहां पहुंचा तो उसे बताया गया कि रोशनी यहां से अकेले ही दिल्ली चली गई।
दिल्ली पुलिस के सब-इंस्पेक्टर मनोज तोमर ने बताया कि, मृतका के भाई सुनील ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दो भाई सुधीर और सुशील फरार हैं।
आरोपी का कहना है कि बहन को वापस घर लेकर आने के बाद उसे ‘निचली जाति’ के अपने पति को छोड़ने को लेकर दबाव बनाया गया। दो दिनों तक उसे मनाने की कोशिश की गई लेकिन वह वापस जाने की जिद पर अड़ी रही। इसके बाद मारपीट करने के बाद उसके सीने में गोली दाग दी गई। इसके बाद आरोपियों ने सहमति के बाद शव को खेत में गाड़ दिया।
मैनपुरी के एसपी अविनाश पांडेय का कहना है कि 10 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद महिला की लाश घर से 600 मीटर की दूरी पर मिली। कड़ी मशक्कत के बाद शरीर को जमीन खोदकर निकाला गया।