उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार सोमवार शाम को मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकती है। सूत्रों के अनुसार, फेरबदल में आधा दर्जन मंत्री शपथ लेंगे और इसमें पश्चिम उत्तर प्रदेश के विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। बीजेपी अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने योगी मंत्रिमंडल के विस्तार को हरी झंडी दे दी है।
मुख्यमंत्री ने सभी कैबिनेट मंत्रियों से राजधानी लखनऊ में रहने के लिए कहा है। कुछ मंत्रियों को हटाए जाने की संभावना है, जबकि कुछ के विभाग बदले जा सकते हैं। सीटों के अनुपात में योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल में मंत्रियों की संख्या 60 तक हो सकती है। योगी मंत्रिमंडल में 47 मंत्री थे, जिनमें से तीन रीता बहुगुणा जोशी, डॉक्टर एसपी सिंह बघेल और सत्यदेव पचौरी सांसद निर्वाचित होने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे.पी.नड्डा से नई दिल्ली में मुलाकात की, जिसमें फेरबदल का विस्तृत निर्णय लिया गया। शनिवार शाम योगी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात की थी और इस संदर्भ में उन्हें सूचित किया था।
योगी के मंत्रिमंडल में वर्तमान में 43 मंत्री हैं, जिसमें 21 कैबिनेट मंत्री, नौ राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार व 13 राज्य मंत्री हैं। मंत्रालय में 17 जगहें खाली हैं।