रुद्रप्रयाग : मॉनसून की पहली बारिश में फटा बादल, जनजीवन अस्त-व्यस्त

  • Follow Newsd Hindi On  

मॉनसून के रफ़्तार पकड़ते ही उत्तराखंड में बारिश ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। उत्तराखंड से ऐसी ख़बरें आनी शुरु हो गई हैं जिनकी बारिश में आशंका होती है। रुद्रप्रयाग में मौसम की पहली बारिश से ही तबाही का आलम है। यहां के सारी चमसील गांव में गुरुवार सुबह बादल फट गया। जानकारी के मुताबिक, बादल फटने से आए पानी के तेज प्रवाह और मलबे में करीब 30 मीटर सड़क बह गई है। इससे गांव के पेयजल लाइनें भी ध्वस्त हो गई हैं। कृषि भूमि को भी नुक़सान बताया जा रहा है।

 राहत की बात बस यह है कि किसी इंसान या जानवर को नुक़सान पहुंचने की कोई ख़बर नहीं है.


गौरतलब है कि गांव में मानसून की पहली बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बादल फटने से गांव को जोड़ने वाली सड़क, कृषि भूमि और पेयजल लाइनों को नुकसान हुआ है, हालांकि किसी भी जान माल के नुकसान की खबर नहीं है। मौके पर प्रशासन के आला अधिकारी पहुंच गए हैं।

ये भी पढ़ें : 36 घंटे में दिल्ली समेत उत्तर भारत में मानसून दे सकता है दस्तक, इन इलाकों में होगी भारी बारिश!

आपको बता दें कि रुद्रप्रयाग जनपद आपदा की दृष्टि से काफी संवेदनशील है। यहां पर आपदा की घटनाएं घटित होती रहती हैं। विशेषकर केदारघाटी में आपदा की घटनाओं का इतिहास रहा है। दैवीय आपदा की घटनाओं में भारी जन व धन हानि होती रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए किसी भी आपदा की स्थिति में त्वरित राहत व बचाव कार्य शुरू हो सके, तथा कम से कम जन हानि हो इसके लिए डीएम मंगेश घिल्डियाल ने जनपद के विभिन्न क्षेत्रों व तहसील मुख्यालय में कुशल प्रशिक्षित जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की छह टीमें तैनात की हैं। जिसमें केदारनाथ में पांच सदस्यीय डीडीआरएफ टीम में सुनील कुमार को सेक्टर मजिस्ट्रेट बनाया गया है, इसके नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम राहत बचाव का कार्य करेगी।


(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)