छोटी उम्र में कुछ बड़ा करने वाले हमेशा सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। कुछ ऐसा ही कारनामा कर के सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है उत्तराखंड के सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के दसवीं कक्षा के छात्र कौशल ने। कौशल को दिल्ली में इंस्पायर अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
पुरस्कार के रूप कौशल को दस हजार रुपये की धनराशि दी गई है। कौशल को सम्मानित करने की वजह बेहद दिलच्सप है। कौशल ने फोल्डिंग हेलमेट बनाया है। इस हेलमेट को आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है।
कौशल के पिता शोभाराम इसी स्कूल में शिक्षक हैं। कौशल के इस हेलमेट बनाने के पीछे की कहानी बेहद रोचक है। कौशल का कहना है कि एक बार वह पिता के साथ बाइक पर गए तो हेलमेट का साइज बड़ा होने के कारण रखने और उठाने में दिक्कत हो रही थी।
यही देखकर उन्हें फोल्डिंग हेलमेट का विचार मन में आया। उन्होंने कहा कि यह हेलमेट पूरी तरह फोल्ड हो सकता है। यात्रा के बाद इसे आराम से फोल्ड कर रखा जा सकता है। कौशल दावा करते हैं कि हेलमेट सुरक्षा मानकों पर खरा उतरता है।
उनकी इस सफलता पर स्कूल के प्रधानाचार्य प्रकाश चंद्र डिक्टिया, कमलेश पांडे, प्रदीप कुमार, धनश्याम गंगवार, भुवन चंद, राजकुमार, देवेंद्र गंगवार, रवि अरोरा और कौशल की मां सावित्री देवी ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहीर की है। नगरपालिका के चेयरमैन दर्शन कोली ने बताया कि पालिका परिवार जल्द कौशल को सम्मानित करेगा।