विद्यापति पर्व समारोह में मैथिली नाटक का मंचन

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पटना, 13 नवंबर (आईएएनएस)| बिहार की राजधानी में महाकवि विद्यापति के तिरोधान दिवस (कार्तिक धवल त्रयोदशी) से शुरू विद्यापति पर्व समारोह की तीसरी संध्या को मैथिली नाटक ‘कोइली बिनु बगिया उदास’ ने यादगार बनाया। नारी के मान-सम्मान की बात करते इस नाटक में कथक नृत्यांगना सलोनी मल्लिक ने भी अपनी अभिनय प्रतिभा दिखाई। सर्वोत्कृष्ट अभिनय के लिए सलोनी को शैलबाला पुरस्कार से सम्मानित किया गया। चेतना समिति के मंच पर मंचित कुमार गगन लिखित नाटक में उमाकांत झा के निर्देशन में सलोनी मल्लिक सहित 14 कलाकारों ने आज के समाज की प्रगति और विचारों में बदलाव के दावे के बावजूद बेटी के प्रति लोगों की परंपरागत सोच, दहेज दानव के बदलते स्वरूप और विराम लेने का नाम नहीं ले रहे नारी उत्पीड़न की समस्या पर रोशनी डाली।

नारी के मान-सम्मान की प्रेरणा देते इस नाटक में सूत्रधार के रूप में नाटकार लेखक कुमार गगन स्वयं प्रस्तुत हुए। रंजन ठाकुर, रौनक झा, अंकित झा, गौतम कुमार, कृति कुमारी, आशा चौधरी, सलोनी मल्लिक, बैजू झा, क्षमाकांत ठाकुर, अतेश झा, कुंदन झा, विनोद मिश्र और रिया मंजरी के अभिनय को दर्शकों की भरपूर सराहना मिली।


नाटक के सफल मंचन में रौशन कुमार की प्रकाश परिकल्पना, आचार्य आशुतोष मिश्र के संगीत, रवींद्र बिहारी ‘राजू’ की रूप-सज्जा कला और अमलेश आनंद की मंच व्यवस्था का अहम योगदान रहा।

मिलर स्कूल के प्रांगण में आयोजित इस समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, बिहार विधान परिषद के सभापति हारुन रशीद, मंत्री लक्ष्मेश्वर राय और सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद भी मौजूद थे।

संगीत के कार्यक्रम में जाह्न्वी प्रिया, शाम्भवी प्रिया, रीमा कुमारी, वंशिका राज, दक्षा मिश्रा ने समवेत स्वर में गोसाउनिक गीत ‘जय जय भैरवि’ प्रस्तुत किया। पल्लवी मिश्रा और दिव्या शालिनी के गाए मैथिली गीत भी खूब पसंद किए गए।


 

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