लता जी ने नेहरू के लिए गाया, ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ गाना को लेकर ट्रोल हुए विशाल ददलानी ने मांगी माफी

  • Follow Newsd Hindi On  

नई दिल्ली: सिंगर और गीतकार विशाल डडलानी (Vishal Dadlani) अपने इतिहास की समझ को लेकर सोशल मीडिया में ट्रोल्स के निशाने पर हैं। टीवी रिएलिटी शो इंडियन आइडल में बतौर जज की भूमिका निभा रहे विशाल ददलानी (Vishal Dadlani) से एक ऐसी गलती हो गई जिसकी वजह से लोग सोशल मीडिया पर उनपर निशाना साधने लगे।

दरअसल हाल ही में इंडियन आइडल के एक एपिसोड के दौरान जब ददलानी एक प्रतियोगी को उसके गाने ऐ मेरे वतन के लोगों पर फीडबैक दे रहे थे तो उन्होंने कहा कि इस गाने को लता जी ने पंडित नेहरू के लिए उस वक्त गाया था जब देश को 73-74 साल पहले 1947 में आजादी मिली थी।


 

विशाल डडलानी अपनी इसी टिप्पणी के लिए सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं। उन्होंने जो जानकारी इंडियन आइडल में इस गाने को लेकर दी थी, वह वास्तव में गलत है। दरअसल इस गाने को 1962 के दौर में कवि प्रदीप ने लिखा था। इस गाने की धुन तब के मशहूर संगीतकार रहे सी. रामचंद्रन ने दी थी और लता मंगेशकर ने गाया था। कहा जाता है कि इसके पीछे का मकसद उस दौर में जब 1962 में चीन के विश्वासघात और उससे युद्ध में मिली हार के बाद भारतीयों का मनोबल बढ़ाना था, जो चीन के हमले और भारत की करारी हार के बाद गिर चुका था।

ट्विटर पर ट्रोलिंग के बाद

विशाल ददलानी को भी अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने ट्वीट करके अपनी गलती को स्वीकार किया, साथ ही ददलानी ने कहा कि जो सबसे फनी ट्वीट होंगे वो उन्हें रीट्वीट करेंगे। विशाल ने ट्वीट करके लिखा, यार भाजपा के फोकटिया 2 रुपए के ट्रोल्स, ये ददलानी फैक्ट्स ट्रेंड करवा लो, अगर करवा सकते हो, मुझे यह हैशटैग पसंद आया, मैं सबसे फनी ट्वीट को रीट्वीट भी करूंगा। एक अन्य ट्वीट करके ददलानी ने अपनी गलत जानकारी को भी स्वीकार किया।

राइटविंगर पर साधा निशाना

विशाल ददलानी ने लिखा, मैं देख रहा हूं कि कुछ राइट विंगर ऐ मेरे वतन के लोगों की गलत तारीख और पंडित नेहरू के लिए गाए जाने की गलत जानकारी से काफी आहत हैं, मैं अपनी गलती के लिए माफी मांगता हूं। ये पक्के नेशनलिस्ट उस वक्त कहां थे जब अर्नब की चैट लीक हुई, अर्नब ने देश के 40 सैनिकों की शहादत को टीआरपी के लिए इस्तेमाल किया।

कब गाया गया था

गाना बता दें कि ऐ मेरे वतन के लोगों गाने को लता मंगेशकर ने गाया था और इसका ऐतिहासिक महत्व है, इस गाने को अबतक का सबसे लोकप्रिय देशभक्ति गीत माना जाता है। इस गाने को सी रामचंद्रन ने कंपोज किया था जबकि इसके बोल कवि प्रदीप ने लिखे थे। लता मंगेशकर ने इस गाने को पहली बार नई दिल्ली में तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू, राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन की मौजूदगी में 26 जनवरी 1963 को गाया था।

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)