पश्चिम बंगाल: 24 घंटे भी बीजेपी में नहीं टिके फुटबॉलर मेहताब हुसैन, प्रशंसकों के ताने से तंग आकर दिया इस्तीफा

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पश्चिम बंगाल: 24 घंटे भी बीजेपी में नहीं टिके फुटबॉलर मेहताब हुसैन, प्रशंसकों के ताने से तंग आकर दिया इस्तीफा

मोहन बागान और ईस्ट बंगाल जैसे नामचीन फुटबॉल क्लब (Football Club) से खेल चुके मशहूर फुटबॉलर मेहताब हुसैन (Footballer Mehtab Hussain) का भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से 24 घंटे में ही मोहभंग हो गया है। मंगलवार को बीजेपी में शामिल होने वाले मेहताब हुसैन ने आज पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हुसैन ने अपना त्यागपत्र बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip ghosh) को भेज दिया है।

मेहताब ने बुधवार को अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि जब से उन्होंने भाजपा ज्वाइन किया है, तब से उनके प्रशंसक फोन कर ताना मार रहे हैं। प्रशंसकों के सुझावों पर विचार करते हुए उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा देने का फैसला लिया। उन्होंने कहा कि जब से वह राजनीति में शामिल हुए हैं, उनके परिवार का कोई भी सदस्य खुश नहीं है।


उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत हित से उलट दूसरों का हित उनके लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है। वह एक राजनीतिक नेता के रूप में नहीं, बल्कि एक फुटबॉलर के रूप में लोगों के जेहन में रहना चाहते हैं। फुटबॉल का मैदान ज्यादा पसंद है, राजनीति का नहीं। अचानक ही मैं राजनीति से जुड़ा था, लेकिन मुझे एहसास हुआ। उसके बाद मैंने खुद को पूरी तरह से राजनीति से अलग होने का निर्णय लिया है।

बता दें कि मंगलवार (21 जुलाई, 2020) को जब तृणमूल कांग्रेस शहीद सभा कर रही थी तो गायिका रिद्धि बंद्योपाध्याय, स्कूल संचालिका दीपशिखा आदित्या, ऑल इंडिया क्रिकेट रिसर्च इंस्टीच्यूट के संस्थापक टीएन मन्ना और दक्षिण दमदम नगर पालिका में विपक्ष के नेता माकपा पार्षद शिशिर बल के साथ मेहताब हुसैन ने भी भाजपा का दामन थाम लिया था।

उन्हें पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य मुख्यालय में सदस्यता दिलाई थी। 34 वर्षीय मेहताब हुसैन मूलत: कोलकाता के ही रहने वाले हैं। बतौर रक्षात्मक मिडफील्डर अपने खेल का लोहा मनवा चुके हैं। हुसैन 2005 से 2015 तक भारतीय फुटबॉल टीम से भी जुड़े रहे। उन्होंने 10 सीजन तक ईस्ट बंगाल के लिए फुटबॉल खेला है। इस दौरान ये टीम 3 बार फेडरेशन कप की चैंपियन बनी थी।



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