भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आज पश्चिम बंगाल के मालदा में रैली के साथ ही बीजेपी के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव का प्रचार प्रसार शुरू कर देंगे। आपको बता दें इससे पूर्व बीते शनिवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस मुखिया ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के परेड ग्राउंड पर संयुक्त विपक्षी रैली का आयोजन किया था, जिसमे शरद पवार, अखिलेश यादव, एम. के. स्टालिन समेत कई दिग्गज और कद्दावार नेता शामिल हुए थे। इस रैली के बाद से ही भाजपा खेमे में खलबली मची हुयी थी। ऐसे में यह तय माना जा रहा था, कि भारतीय जनता पार्टी जल्द ही अपना लोकसभा चुनाव प्रचार-प्रसार शुरू कर सकती है।
भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के राष्ट्रीय सचिव राहुल सिन्हा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ”अमित शाह मालदा जिले से बंगाल में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए प्रचार की शुरुआत करेंगे। इसके बाद 23 जनवरी को झाड़ग्राम और वीरभूम जिले के सुरी में भाजपा अध्यक्ष की दो रैलियां होगी।
आपको बता दें, इससे पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैलियां रविवार से ही शुरू होनी थीं, लेकिन स्वाइन फ्लू होने के कारण बीजेपी अध्यक्ष को एम्स में भर्ती होना पड़ा था। इस रैली की शुरुआत के साथ ही भाजपा का अगला लक्ष्य पश्चिम बंगाल में अपनी पकड़ को मजबूत भी करना है, क्यूंकि अभी हाल-फिलहाल भाजपा पश्चिम बंगाल की महज दो लोकसभा सीटों पर ही काबिज है। 2014 के लोकसभा चुनावों में मोदी लहर होने के बावजूद जहां लगभग सभी विपक्षी पार्टियां अपने अस्तित्व के लिए जूझ रही थी, वही ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस 42 में से 34 सीटों पर विजयी हुई थी। राज्य में इस प्रचंड जीत के साथ ही ममता बनर्जी विपक्ष के रूप में एक दमदार चेहरा बनकर आयी थी।
एक तरफ जहां अमित शाह इस रैली के साथ लोकसभा चुनावों का प्रचार प्रसार शुरू करेंगे, तो वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल बीजेपी को लगता है कि अमित शाह की रैली कोलकाता में ममता की 19 जनवरी की रैली का सही जवाब होगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने मीडिया से बातचीत में कहा, ”वह (शाह) विपक्ष की रैली का सही जवाब देंगे। वह लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का रुख तय करेंगे। हमें यकीन है कि पश्चिम बंगाल की 42 में 22 से ज्यादा सीटें हमे मिलेंगी।”
आपको बता दें, कि आने वाले आम चुनावों के लिए बीजेपी ने पश्चिम बंगाल को ओडिशा के साथ प्राथमिकता से चुना है। पार्टी अध्यक्ष ने राज्य की 42 सीटों में से 22 को जीतने का लक्ष्य कार्यकर्ताओं के सामने रखा है। पार्टी इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली भी कराना चाहती है, लेकिन इसको लेकर अभी कुछ पक्का नहीं है।