आईटी दिग्गज और विप्रो (Wipro) के चेयरमैन अजीम प्रेमजी (Azim Premji) ने विप्रो लिमिटेड की 34 फीसदी हिस्सेदारी दान में देने का ऐलान किया है। उन्होंने 52,750 करोड़ रुपये के शेयर परोपकार के लिए देने का फैसला किया है। ऐसे में परोपकार में देने वाली उनकी राशि 145,000 करोड़ तक पहुंच गई है। इसी के साथ अजीम प्रेमजी फाउंडेशन (Azim Premji Foundations) को इन शेयरों से होने वाले लाभ का फायदा मिलेगा।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन ने अपने बयान में कहा, अजीम प्रेमजी ने अपनी निजी संपत्तियों का अधिक से अधिक त्याग कर और धर्मार्थ कार्य के लिए उसे दान देकर परोपकार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता बढ़ाई है, जिससे अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के परोपकार कार्यों को सहयोग मिलेगा।
फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाज़े जा चुके हैं प्रेमजी
अजीम प्रेमजी के परोपकार कार्यों के लिए उन्हें फ्रांस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘शेवेलियर डी ला लीजन डी ऑनर’ मिल चुका है। गौरतलब है कि प्रेमजी ने फ्रांस में आर्थिक दखल देने, वहां आईटी उद्योग विकसित करने के साथ-साथ अपने फाउंडेनश और यूनिवर्सिटी से समाज में लगातार योगदान देते रहे हैं। प्रेमजी से पहले यह पुरस्कार बंगला एक्टर सौमित्र चटर्जी और बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान शामिल हैं।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री का ऑफर
खबरों की मानें तो भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के बाद प्रेमजी के पिता हाशिम प्रेमजी को जिन्ना ने पाकिस्तान के वित्तमंत्री का पद ऑफर किया था। इसे इंकार करते हुए प्रेम जी के पिता ने भारत में ही रहना पसंद किया। हाशिम प्रेमजी अपने दौर में चावल और कुकिंग ऑयल के मशहूर कारोबारी थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अजीम प्रेमजी 18.6 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ भारत के दूसरे सबसे अमीर शख्स हैं। अजीम प्रेम जी के इस दान के बाद ये कहा जा सकता है कि अजीम प्रेमजी की विप्रो (Wipro) अपने आमदनी का 67 फीसदी शेयर अबतक दान कर चुका है।
दिसंबर 2018 को आईटी कंपनी विप्रो लिमिटेड में प्रोमोटर्स की हिस्सेदारी 74.3 फीसदी थी। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन कई राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करती है। फिलहाल यह फाउंडेशन कर्नाटक, उत्तराखंड, राजस्थान, छत्तीसगढ़, पुडुचेरी, तेलंगाना, मध्य प्रदेश और नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में काम कर रही है।